एकता की मिसाल : महाकुंभ में मुस्लिम समाज के लोगों ने किया पेशवाई का स्वागत
हरिद्वार। ज्वालापुर पाण्डेवाला स्थित सिद्धपीठ गुघाल मंदिर से निकाली गयी श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा व अग्नि अखाड़े की पेशवाई में शामिल संत महापुरुषों का मुस्लिम समाज के लोगों ने पांवधोई में पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया। इस दौरान समाजसेवी शहाबुद्दीन अंसारी ने कहा कि हरिद्वार धर्मनगरी गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है। उपनगरी ज्वालापुर में सभी समुदायों के लोग सदियों से आपसी एकता व भाईचारे के साथ रहते चले आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला एकता व अखण्डता को जोड़ने वाला पर्व है। रियाज अंसारी व सद्दीक गाड़ा ने कहा कि कुंभ आस्था का केंद्र बिंदु है। सभी की आस्थाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संतों की वाणाी से सभी को मार्गदर्शन प्राप्त होता है। संत महापुरूषों के दिखाए हुए मार्ग का अनुसरण कर राष्ट्रहित में योगदान देना चाहिए। पार्षद इसरार अहमद व जफर अब्बासी ने कहा कि प्राचीन गुघाल मंदिर से पुराने समय से ही संत महापुरुषों की भव्य दिव्य पेशवाई निकलती है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोग पेशवाई में शामिल संत जनों का पुष्प वर्षा कर स्वागत समाज को भाईचारे का संदेश देते हैं। ईदगाह कमेटी के सेक्रेटरी हाजी नईम कुरैशी ने कहा कि हिंदू मुस्लिम एकता का पैगाम कुंभ पर्व देता है। देश दुनिया में सौहार्द व एकता की मिसाल ज्वालापुर के निवासी देते चले आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में अमनोचैन व तरक्की के लिए सभी को एकजुट होकर योगदान करना होगा। संत महापुरूष सभी के लिए पूज्यनीय हैं। संतों की शिक्षा पर अमल करते हुए आदर्श समाज का निर्माण करने में सभी को सहयोग करना चाहिए। स्वागत करने वालों में ईदगाह कमेटी ज्वालापुर के सेक्रेटरी हाजी नईम कुरैशी, रफी खान, काजी चांद, अथर अंसारी, आमिर कुरैशी, लईक अंसारी, रियाज अंसारी, सद्दीक गाड़ा, जफर अब्बासी, इसरार सलमानी, सुहेल अख्तर, मेहरबान खान, शौकीन गाड़ा सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल रहे।