एकदिवसीय मानवाधिकार प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन, जानिए खबर
गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्वामी रामतीर्थ परिसर, बादशाही थौल, के विधि विभाग द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली के सहयोग से एक दिन का मानवाधिकार प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित करके किया गया। इस कार्यक्रम में विद्वानों ने मानवाधिकार के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुरुआत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा वाई एस रावत ने किया उन्होंने बताया कि मानव अधिकार कब से प्रारम्भ हुआ इसके बारे में जानकारी दी | परिसर निदेशक प्रो. आर. सी. रमोला ने बताया कि लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। विधि विभाग के अधिष्ठाता प्रो. ए. के. पांडेय ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के गठन एवम इसके कार्यों पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ सुधीर कुमार चतुर्वेदी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की आवश्यकता एवम इसके उद्देश्य के बारे में जानकारी दी साथ ही साथ कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम होते रहने चाहिए। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय से आये डॉ पुनीत पाठक ने महिलाओं और बच्चों से संबंधित विभिन्न अधिकारों पर अपना व्याख्यान दिया। डॉ राधेश्याम प्रसाद, पेट्रोलियम विश्वविद्यालय देहरादून, ने बालश्रम एवम कमजोर वर्ग के अधिकारों के बारे में चर्चा किया। डॉ एम.एस. नेगी, राजनीतिशास्र विभाग एस. आर.टी. परिसर, ने मानवाधिकार से संबंधित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों एवम संविधान प्रदत मौलिक अधिकारों पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डी. डी. एस. डब्लू, प्रो. वी. के. अग्रवाल, उपनियंता प्रो. प्रभा पंत, आलोक कुमार यादव,प्रो. ए. ए. बौराई, डां कैन्तूरा, डॉ विशाल गुलेरिया, डॉ मीता अग्रवाल, पत्रेश भट्ट, डॉ आरती तथा अधिक संख्या में प्रतिभगी उपस्थित रहे।