एरोमा के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों को आजीविका के अवसर होंगे प्रदान : सीएम त्रिवेंद्र
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की उपस्थिति में एरोमा के क्षेत्र में उत्पादन के लिए कुल 630 करोड़ रूपए के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में एरोमा के क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाएं हैं। इन्वेस्टर्स समिट में उद्योग क्षेत्र से काफी सकारात्मक रेस्पोंस मिल रहा है। हमने हाल ही में एरोमा पार्क पॉलिसी लागू की है। एरोमा के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों को आजीविका के अवसर उपलब्ध कराए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री आवास में सम्पन्न कार्यक्रम में एरोमा पार्क पॉलिसी के तहत कुल तीन एमओयू किए गए। राज्य सरकार ने पहला एमओयू मैसर्स इसेंसियल ऑयल एसोशियेशन ऑफ इंडिया के साथ किया। राज्य सरकार की ओर से कैप के निदेशक डॉ. नृपेंद्र चौहान व मैसर्स इसेंसियल ऑयल एसोशियेशन ऑफ इंडिया की ओर से इसके अध्यक्ष ए.के.जैन ने हस्ताक्षर किए। फर्म लगभग 500 करोड़ रूपए का निवेश उत्तराखण्ड में करेगी। इससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 11 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। एरोमेटिक उत्पादन से सगंध तेल का आसवन व निष्कर्षण किया जाएगा। फर्म इत्र व फ्लेवर का निर्माण, धूप व अगरबत्ती निर्माण, परफ्यूम व डियोड्रेंट, विभिन्न एरोमा उत्पादों की डिजाइन व पैकेजिंग, फ्लेवर्ड चाय, एरोमा मोमबत्ती, हैंडमेड साबुन, एरोमा थेरेपी उत्पाद आदि का उत्पादन करेगी। मैसर्स सुगंध व्यापार संघ ने राज्य सरकार के साथ एमओयू करते हुए 50 करोड़ रूपए के निवेश का प्रस्ताव किया है। इसके तहत फर्म सुगंध, फ्लेवर, एरोमा अवयव, सुगंध तेल का का उत्पादन किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से कैप के निदेशक डॉ. नृपेंद्र चौहान व मैसर्स सुगंध व्यापार संघ की ओर से इसके अध्यक्ष रोहित सेठ ने हस्ताक्षर किए। मैसर्स रूसान फार्मा लिमिटेड के साथ किए गए एमओयू के अनुसार फर्म प्रदेश में 80 करोड़ का निवेश करेगी। इसमें एरोमेटिकल उत्पादां का निर्माण, सगंध तेल के निष्कर्षण आदि कार्य करेगी। राज्य सरकार की ओर से कैप के निदेशक डॉ. नृपेंद्र चौहान व मैसर्स रूसान फार्मा लिमिटेड की ओर से इसके प्रबंध निदेशक डा. कुणाल सक्सेना ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहकार के.एस.पंवार, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, अपर सचिव डा. मेहरबान सिंह बिष्ट, व फर्मों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।