कम भोजन ज्यादा काम अच्छे स्वास्थ्य के लिये लाभदायकः डाॅ. संजय
देहरादून। संजय आॅर्थोपीड़िक स्पाइन एवं मैटरनिटी सेन्टर जाखन एवं सेवा सोसाइटी द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर ”अच्छे स्वास्थ्य का महत्व” जन जागरूकता व्याख्यान एवं निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि विधायक गणेश जोशी, विशिष्ठ अतिथि स्वास्थ्य महानिदेशक डीएस रावत, सीएमओ डाॅ0 वाईएस थपलियाल ने किया। जागरूकता कार्यशाला में डाॅ. वीकेएस संजय ने कहा कि कहावत है कि पहला सुख, निरोगी काया या फिर जान है तो जहान है जैसी कहावतें अच्छी तरह से सिद्ध करती हैं कि कोई व्यक्ति अपने जीवन का पूरा आंनद तभी उठा सकता है जब वह शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ होगा। डाॅ. संजय ने अपने सम्बोधन में पावर प्वाइंट स्लाइड के माध्यम से यह बताया कि भोजन, कसरत, काम, नींद, खेल, योगा इत्यादि अच्छे स्वास्थ्य के लिये बहुत महत्वपूर्ण हैं। रोगों से बचने के लिये संतुलित पोषक भोजन, भूख लगने पर ही भोजन करना और भोजन करते समय भोजन की मात्रा पर ध्यान रखना, अच्छे और लम्बें स्वास्थ्य के लिये महत्वपूर्ण बातें हैं। हमें अपने स्वास्थ्य को अच्छा रखनें के लिये अपनी दिनचर्या के जितना हो सकें उतने सभी काम स्वयं करने चाहिए। काम ऊब, दुर्गुण और गरीबी को तो नष्ट करता ही है और अच्छें स्वास्थ्य को भी जन्म देता है। डाॅ. संजय का मानना है मनुष्य को भोजन कम और काम ज्यादा मिलना चाहिये। मनुष्य की दिनचर्या का स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव पड़ता है। शराब और धुम्रपान का स्वास्थ्य के ऊपर बुरा प्रभाव पड़ता है जबकि हरी चाय, तुलसी, योगा का अच्छा असर पड़ता है। हँसना और खेलना स्वास्थ्य वर्धक है। हर प्राणी कि खाने की तरह ही, नींद एक मूलभूत आवश्यकता है। कोई भी व्यक्ति 48 घंटे से ज्यादा बिना सोये नहीं रह सकता। अच्छे स्वास्थ्य के लिये नियमित रूप से लगभग 8 घंटे सोना चाहिये। जो व्यक्ति सो नहीं सकता वह स्वस्थ व्यक्ति भी नहीं हो सकता। 80 प्रतिशत मनोरोगियों को नींद न आने की बीमारी होती है। नींद ना आना पागलपन के सबसे पहले लक्षण है। डाॅ. बी.के.एस. संजय ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं ने एक महामारी का रूप ले लिया है और अपने देश में 90 प्रतिशत दुर्घटनाएं चालक की गलती से होती हैं। नींद का अभाव नशें का प्रभाव सड़क दुघर्टनाओं के मुख्य कारण हैं। रात की दुर्घटनाएं अधिकाँश जानलेवा होती हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए, डाॅ. बी.के.एस. संजय ने आये हुए लोगों से अपील की कि हमें रात में कम से कम सड़क यात्रा करनी चाहिये। जो लोग काम अच्छे तरीके से करते और ज्यादा करते हैं, उन्हें ही ज्यादा और अच्छी नींद आती है और वही लोग ज्यादा स्वस्थ रहते हैं। आदमी की अधिकांशतः जरूरतें काम से ही पूरी होती है चाहे वह मनुष्य की मूलभूत आवश्यकता भोजन या फिर मनोवैज्ञानिक उन्नति। डाॅ. बी. के. एस. संजय ने कहा यदि आप मेसलो के सिद्धान्त की बात करें, तो हर तरह की उन्नति करने का सब से अच्छा साधन कुछ और नहीं केवल काम है किसी भी आदमी की पहचान उसकी जाति, धर्म, रंग, लिंग या राष्ट्रीयता इत्यादि से नहीं बल्कि उसके काम से होती है। डाॅ0 प्रतीक संजय ने आये हुए मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का आभार जताया और कहा कि यह सब यहाॅ पर आये हुए सभी व्यक्तियों के सहयोग से ही संभव हुआ है एवं भविष्य में भी हमारी संस्था आपके सहयोग की आकांक्षी रहेगी। इस कार्यक्रम में समाजसेवी योगेश अग्रवाल, डाॅ0 अशुतोष शर्मा, डाॅ0 अर्चना गुलाटी, डाॅ0 एस. एन. सिंह, डाॅ0 अश्वनी काम्बोज, डाॅ0 एच. एन. चन्दोला, डाॅ0 रमन नाकरा, डाॅ0 मोहम्मद् अकरम, डाॅ0 सलिल बलोदी, डाॅ0 सुजाता संजय, डाॅ0 वी. के. नौटियाल, डाॅ0 ए. पातरा, डाॅ0 मनीष झा आदि मौजूद रहे।