किडनी बेचने को मजबूर स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी रवि
धामपुर | खिलाड़ी कहलाना तो आसान है पर खिलाड़ी बनना मुश्किल है | यह हम नही यह देश के अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों की हालात बयां कर रही है | उन्ही कड़ी में स्वर्ण पदक विजेता स्क्वॉश खिलाड़ी रवि है जो अपने खेल को आगे बढ़ाने के लिए अपनी किडनी बेचने को मजबूर है देश के लिए गोल्ड दिलाने वाले खिलाड़ी रवि को अभी तक कोई भी प्रायोजक साउथ एशियन खेलो के लिए नही मिला है जिससे हताश होकर रवि ने सोशल मिडिया पर अपनी किडनी बेचने का सन्देश डाला है | रवि के इस कदम से सरकारों और खेल प्रेमियों के खेल के प्रति रवैये पर कई सवाल खड़े कर दिए है | यह रवि की ही नही रवि जैसे अनेक खिलाड़ियों की यही हाल है | वही आर्थिक तंगी को लेकर कराटे की अन्तराष्ट्रीय खिलाड़ी बन्दना चाय बेचने को मजबूर है | ऐसे ही अनेको खिलाड़ी उदाहरण के रूप में है जो खबरों की सुर्खियों नही बन पाये है पर स्थिति एक जैसी है |