खुले में शौच मुक्त में रायपुर ब्लाक राज्य का पहला ब्लाक बना
रायपुर ब्लाक परिसर में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत विकास खण्ड रायपुर में खुले में शौच मुक्त (ओ.डी.एफ) घोषित होने के उपलक्ष्य में ग्राम पंचायतों के सम्मान समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विकासखण्ड परिसर रायपुर में सभाकक्ष का जीर्णोद्धार/आधुनिकीकरण लागत 66.97 लाख रूपये का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य को खुले में शौचमुक्त करने हेतु ’स्वच्छता रथ’ को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हर्ष की बात है कि रायपुर ब्लाक पहला ऐसा ब्लाक बन गया है, जो कि खुले में शौच से मुक्त है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य आगामी नवम्बर माह तक पूरे राज्य को खुले में शौच मुक्त करने का है। उन्होंने कहा कि रायपुर ब्लाॅक को ओ.डी.एफ. घोषित करने का महात्मा गांधी जी के जन्म दिन को चुना, जो कि स्वयं स्वच्छता के प्रति जागरूक थे। उन्होंने कहा कि हमंे स्वयं अपने आस-पास स्वच्छता के प्रति ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ खुले में शौच मुक्त ही नही बल्कि हर व्यक्ति को सफाई के प्रति जागरूक करके एक स्वच्छ उत्तराखण्ड बनाना चाहते है। उन्होंने कहा कि इसमें पंचायतों का अहम रोल है। गांवों के बदलने से ही उत्तराखण्ड बदल सकता है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त कि की इस साल तक उत्तराखण्ड खुले में शौच की समस्या से मुक्त हो जायेगा। साथ ही मोबाईल टाॅयलेट के लिए भी समाधान निकाल रहे है। मोबाईल टाॅयलेट की व्यवस्था भी की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो टाॅयलेट पुराने है अगले वर्ष से उनके पुनर्निर्माण का कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब महिला मनरेगा श्रमिकों को निर्माण कर्मी के रूप में पंजीकरण किया जायेगा। जिनके टाॅयलेट नही होंगे उन्हें 20 हजार रूपये तक की आर्थिक सहायता दी जायेगी। इस अभियान को तेजी से चलाया जायेगा। इस अवसर पर खुले में शौच मुक्त (ओ.डी.एफ) के लिए एक नुक्कड नाटक की भी प्रस्तुति दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो महिला स्वयं सहायता समूह कार्यशील हो या न हो उनको भी 5 हजार रूपये बैकअप के रूप में दिया जायेगा। जो महिला स्वयं सहायता समूह काम कर रहे है उन्हें 20 हजार रूपये दिये जायेंगे।