खेल मंत्री ने ब्रॉन्ज से चूके लक्ष्मणन को किया सम्मानित, जानिए खबर
नई दिल्ली | खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने बातया की जब चैंपियन निराश हों, तो उनका मनोबल बढ़ाने के लिए उनकी पीठ थपथपाने की जरूरत होती है। इससे खिलाड़ी का हौसला मजबूत होता है और अपनी अगली परफॉर्मेंस में वे वही जी-जान लगा देते हैं, जो उनको विजेता बना दे। खेल मंत्री राज्यवर्धन ने एशियाई खेलों की 10,000 मीटर दौड़ स्पर्धा में नाटकीय अंदाज में डिस्क्वॉलिफाइ होने वाले खिलाड़ी गोविंदन लक्ष्मणन को 10 लाख रुपये की राशि से सम्मानित किया। खेल मंत्रालय ने लक्ष्मणन को उतनी ही राशि दी है, जितनी उसने इन खेलों में ब्रॉन्ज मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ियों को इनाम के रूप में दी है। इस दौड़ में लक्ष्मणन तीसरे स्थान पर थे, लेकिन तकनीकी आधार पर उन्हें डिस्क्वॉलिफाइ होना पड़ा।हाल ही जकार्ता में संपन्न हुए एशियंस गेम्स की ऐथलेटिक्स की 10,000 मीटर दौड़ स्पर्धा से एक और ब्रॉन्ज मेडल आता, लेकिन तकनीकी आधार पर भारत को यह मेडल गंवाना पड़ा। भारत के गोविंदन लक्ष्मणन इस रेस में तीसरे स्थान पर थे। लेकिन अपनी दौड़ के दौरान वह भूलवश अपनी लेन से भटक गए और बाद में रेफरियों ने विडियो फुटेज देखकर उन्हें डिस्क्वॉलिफाइ कर दिया। लक्ष्णन के साथ-साथ पूरे देश के लिए यह छोटी सी भूल निराशाजनक रही। हालांकि खेल मंत्रालय ने इसके बावजूद लक्ष्णन की मेहनत और जज्बे की सराहना की है। खेल मंत्री ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। अपने ट्वीट में राठौड़ ने लिखा, ‘एशियाई खेलों की 10,000 मीटर दौड़ स्पर्धा में गोविंदन लक्ष्मणन ने मेडल-विनिंग परफॉर्मेंस दी, लेकिन एक छोटी सी तकनीकी गलती से उन्हें डिस्क्वॉलिफाइ होना पड़ा।’