गर्माया दबंगों की पिटाई से दलित की मौत का मामला
तहसील में शव रखकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
देहरादून/मसूरी । विकासखंड जौनपुर के बसाड़ गांव में शादी समारोह में पहुंचे एक दलित युवक को कुछ दबंगों ने बुरी तरह पीटा, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं युवक की मौत के बाद परिजन और ग्रामीण गुस्से में है। परिजनों का कहना है कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। उन्होंने थत्यूड तहसील पर शव रखकर प्रदर्शन किया। इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर 3 की गिरफ्तारी कर ली है। पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस की कार्रवाई से नाराज परिजन शव को लेकर मुख्यमंत्री आवास जाना चाह रहे थे, लेकिन भारी पुलिस बल ने जबरन रोक लिया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। परिजनों का आरोप है कि आखिरकार 9 दिन के बाद जब युवक की मौत हो गई तब जाकर पुलिस नामजद 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि चार अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। वहीं, टिहरी के नैनबाग तहसील में मृतक दलित के परिजन और दलित समुदाय के लोग शव को रखकर प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। साथ ही कैंपटी थाना इंचार्ज के साथ अन्य पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर की भी मांग की है। कोट निवासी दलित युवक जितेंद्र दास शादी समारोह में पहुंचा था | जितेंद्र खाना निकालकर कुर्सी में बैठकर खाने लगा। आरोप है कि इसी बात से नाराज होकर गांव के कुछ दबंगों ने जितेंद्र दास की बुरी तरह से पिटाई कर दी। 23 वर्षीय घायल प्रदीप को थत्यूड़ स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। लेकिन, उसकी हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया। 9 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिरकार रविवार को जितेंद्र ने दम तोड़ दिया। जितेंद्र दास पुत्र स्व. सेवक दास अपने घर का कमाने वाला इकलौता बेटा था।