गोल्ज्यू देवता के दरबार में पहुचे 108 सेवा के निकाले गए कर्मी, लगाई अर्जी
देहरादून । जीवनदायनी सेवा 108 व खुशियो की सवारी के निकाले गए फील्ड कर्मी सरकार से निराश होकर अब न्याय के देवता गोल्ज्यू महाराज के दरबार में पहुँचे हैं। ग्यारह सालों से जीवनदायनी को जीवन देने वाले कर्मी विगत ग्यारह दिनों से बेरोजगार हो गए हैं। रोजी रोटी का संकट गहराने के कारण एम्बुलेंस सेवा 108 एवं खुशियों की सवारी के 717 पूर्व कर्मी देहरादून में धरना प्रदर्शन कर रहे है। इनकी मांग कोई बहुत बड़ी नहीं है ऐसा भी नहीं कि पूरी नहीं की जा सकती लेकिन राज्य सरकार ही इस गंभीर मसले पर आंख मूंद कर बैठ गई। नौकरी जाने से सिर्फ 717 लोग ही प्रभावित नहीं हुए बल्कि उनके साथ उनके परिवार के लिए भी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। धरना दे रहे कर्मियो का कहना है कि सरकारी तंत्र से लेकर मंत्री, सीएम तक गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, अब सिर्फ भगवान का ही सहारा है। अल्मोड़ा स्थित न्याय के देवता गोल्ज्यू महाराज के मंदिर में बेरोजगार हुए 108 के कर्मियों ने अपनी अर्जी लगाई है। इन पीड़ित कर्मियों ने अपनी अर्जी में कहा कि हे न्याय के देवता गोलज्यू महाराज हमारी पुकार को सुनना हमने निस्वार्थ भाव से उत्तराखंड की जनता की सेवा एवं आपके भक्तों की सेवा की है। उत्तराखंड की सरकार ने हमें नौकरी से निकाल दिया, बस आप ही हमें न्याय दिलाना। मान्यता है की मनौती मांगने के लिए भक्त मंदिर में अपनी अर्जी लगाते है और गोल्ज्यू देव उनकी मनोकामना पूरी करते है ।