चारधाम यात्रा मार्गाें की किसी भी मौसम में खराब न होने वाली सड़कों का होगा निर्माण
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य की सडकों के सुधार को लेकर सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से नई दिल्ली में मुलाकात की। उन्होंने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री का प्रदेश में चारधाम यात्रा मार्गाें की किसी भी मौसम में खराब न होने वाली सड़कों के अवस्थापना विकास संबंधी प्रयासों के लिये आभार व्यक्त किया। उन्होंने राज्य को केन्द्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) एवं 06 पुलो के लिए धनराशि उपलब्ध कराने के लिये भी केन्द्रीय मंत्री गड़करी का आभार व्यक्त किया तथा राज्यहित में कुछ ओर पुलों की स्वीकृति का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इन पुलों की विस्तृत योजना का प्रस्ताव एक सप्ताह के अन्दर सड़क परिवहन मंत्रालय को उपलब्ध करा दिया जायेगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न सड़क मार्गो के सुधार की अत्याधिक आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग-58 रूद्रप्रयाग-बद्रीनाथ, राष्ट्रीय राजमार्ग-108 धरासू से गंगोत्री, राष्ट्रीय राजमार्ग-123 हरबर्टपुर से बडकोट, राष्ट्रीय राजमार्ग-94 धरासू से फूलचट्टी, राष्ट्रीय राजमार्ग-109 रूद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड, राष्ट्रीय राजमार्ग-125 टनकपुर से पिथौरागढ को जोडने वाले इन मुख्य माार्गो के तीव्र गति से सुधारीकरण कराये जाने की बात रखी। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी से हुई मुलाकात में कहा कि देशभर से उत्तराखण्ड आने वाले हजारों पर्यटकों व यात्रियों को इन्हीं मार्गो से उत्तराखण्ड भ्रमण करना पड़ता है, जिसका उत्तराखण्ड पर्यटन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। अन्तराज्यीय सड़क संयोजन के अन्तर्गत यूपी व उत्तराखण्ड को जोड़ने वाली सड़कों की स्थिति काफी खराब है। इन राजमार्गो में मुख्यतः सहारनपुर-देहरादून, सहारनपुर-रूड़की-हरिद्वार, नजीबाबाद-कोटद्वार, रामपुर-रूद्रपुर, पीलीभीत-टनकपुर, बहेड़ी-किच्छा, मुरादाबाद-काशीपुर से ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद-काशीपुर से अलीगढ़ पिछले कईं सालों से सबसे ज्यादा बुरी हालत में है। मुख्यमंत्री ने इन सड़कों के पुनर्निर्माण को राष्ट्रीय हित में जरूरी बताया। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी को ड्रीम प्रोजेक्ट की याद दिलाते हुए कहा कि जहां भी लैंड स्लाइडिंग की समस्या है, उन मार्गो का सुधार अति शीघ्र कराया जाय। जिनमें राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर स्थित नंदप्रयाग स्लाइड, मैठाना स्लाइड, बिरही स्लाइड, पताल गंगा स्लाइड, पागलनाला स्लाइड, हेलंग स्लाइड, बलदौरा स्लाइड, लामबगड़ स्लाइड आदि शामिल हैं।