छोटे राज्यों का भविष्य राष्ट्रीय दलों के हाथ में सुरक्षित नहींः रतूड़ी
देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल ने मिजोरम तथा तेलंगाना में क्षेत्रीय दलों द्वारा प्रचंड बहुमत हासिल करने पर क्षेत्रीय दल एमएनएफ तथा टीआरएस को बधाई दी है। उत्तराखंड क्रांति दल के संरक्षक बीडी रतूड़ी ने कहा कि मिजोरम तथा तेलंगाना राज्य की जनता एवं वहां के क्षेत्रीय दल बधाई के हकदार हैं। दोनों ही राज्य की जनता ने राष्ट्रीय दलों को नेपथ्य में धकेलते हुए यह संदेश दिया कि छोटे राज्यों का भविष्य राष्ट्रीय दलों के हाथ में सुरक्षित नहीं है। यूकेडी देहरादून महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री के माध्यम से जारी बयान में बीडी रतूड़ी ने उत्तराखंड की जनता से भी अपील की है कि मिजोरम तथा तेलंगाना के जनादेश में छुपे संदेश को आत्मसात करें। उन्होंने कहा कि पिछले 18 वर्षों में जिस प्रकार राज्य के अमूल्य संसाधनों की लूट मचाते हुए दोनों ही राष्ट्रीय दलों ने राज्य निर्माण की अवधारणाओं की धज्जियां उड़ाते हुए जनता की आकांक्षाओं का मान मर्दन किया है इस पर गंभीर चिंतन की आवश्यकता है। आज उत्तराखंड राज्य में युवा हतोत्साही वह किसान निराश है। गर्भवती महिलाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है। बेटियों की अस्मिता सुरक्षित नहीं है। आम जनता के लिए सस्ता गल्ला की दुकानों में राशन गायब है। शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के गिरते स्तर के कारण निजी स्कूलों तथा निजी अस्पतालों के उत्पीड़न से जनता त्रस्त है। पढ़े लिखे बेरोजगारों की फौज लगातार बढ़ती जा रही है। इन सबके लिए राष्ट्रीय पार्टियों की नीतियां जिम्मेदार हैं। पांच राज्यों के चुनाव परिणाम पर उन्होंने भाजपा को चेताते ते हुए कहा कि चुनाव परिणाम से भाजपा को सबक लेना चाहिए। पांचो राज्यों में करारी हार के लिए भाजपा की नीतियां जिम्मेदार है। भाजपा युवाओं और किसानों का मिजाज भांपने में असफल रही। वहीं उन्होंने कांग्रेस को भी चेतावनी दी कि उनको ज्यादा उत्साहित होने के बजाय भाजपा की दुर्दशा से सबक लेना चाहिए। तीनों हिंदी भाषी राज्यों में यह कांग्रेस की जीत नहीं जबकि भाजपा की हार है। भाजपा की गलत नीतियां तथा जनहित की अनदेखी कांग्रेस की जीत का कारण बनी है।