झारखंड के कतरास में 230 लोगों ने मांगी इच्छा मृत्यु , जानिए ख़बर
कतरास | झारखंड के कतरास में एक ऐसी ख़बर आ रही है जो सभी को अचम्भित कर रहा है जी हां वहा के 230 लोगों ने राष्ट्रपति को खत लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है. दरअसल, झारखंड में रेल मंत्रालय ने 15 जून 2017 को 34 किलोमीटर लंबी धनबाद- चंद्रपुर रेल लाइन को बंद कर दिया था. ये रेल लाइन 1894 से चल रही थी. इस रास्ते में रेल ट्रैक के नीचे कोयले की खदान में आग जल रही है और आगे भी आग का खतरा है यह दावा रेल मंत्रालय करता आ रहा है इस प्रभाव के कारण इलाके में काम ठप्प होने और जीवन यापन पर मार पड़ने के चलते 230 लोगों ऐसा खत लिखने को मजबूर हो गए हैं. यही नहीं यहां के स्थानीय निवासी एवं समाजसेवी राकेश रंजन यादव ने इस रेल लाइन बंद को लेकर भूख हड़ताल भी कर चुके है वही अन्य संगठनों द्वारा इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया | लेकिन फैसला जस का तस स्थिर है | जानकारी हो की यही एक रेल लाइन है जो इस इलाके को एक तरफ राजधानी रांची और दूसरी तरफ आदिवासी बहुल संथाल परगना को जोड़ती है. हाल में झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह से भी इन लोगों ने मुलाकात कर अपनी व्यथा बताई. इसके बाद आरपीएन सिंह ने इस पूरे मामले पर रेल मंत्री पीयूष गोयल को खत लिखकर रेल लाइन बन्द करने पर फिर से विचार करने को कहा है. आरपीएन ने खत में लिखा है कि, 26 जोड़ी ट्रेन रोजाना 3 लाख यात्रियों और 20 हज़ार टन कोयले को लाती ले जाती थी. कुल मिलाकर करीब 7 लाख लोग इससे सीधे तौर पर प्रभावित हैं.
इच्छामृत्यु के अलावा और कोई चारा बचता ही कहाँ है ,, जब कतरास वासियों की लाइफ लाइन ही बंद है , लोगो का रोजगार ही छीन गया है तो क्या करेंगे जी के ।।
Ache din ane wale or sari vikash Jane wali hai
bhai ay sarkar kese ke sunai wali nhi ketna bhi kuch kar lo ay hitler ke sarkar hai apni apni chlatee hai