तिब्बती छात्रो और अपने सपने किड्स ने जाना एक दूसरे की संस्कृति को
‘‘अपने-सपने’’ ने मनाया अपना पहला वार्षिक समारोह
देहरादून। अपने सपने संस्था द्वारा शिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चो ने क्लेमेंट टाउन स्थित तिब्बतन नेहरु फाउंडेशन स्कूल का दौरा किया। जन्हा इन बच्चो एवं तिब्बती छात्रो ने आपसी बातचीत और मेलमिलाप द्वारा एक दूसरे की संस्कृति को समझने का प्रयास किया। जन्हा एक तरफ तिब्बती छात्रो ने अपनी बोली में गीत गाकर संस्था के बच्चो का स्वागत किया। वन्ही दूसरी ओर संस्था के बच्चो ने भी तिब्बती छात्रो को कुछ हिंदी गीत सुनाये लगभग एक घंटे चले ही वार्तालाप के बाद दोनों ही तरफ के छात्रो के बीच मित्रवत सम्बन्ध हो गये। इस दौरे के समापन पर अपने सपने संस्था के सचिव दीपक कोठियाल ने तिब्बतन नेहरु फाउंडेशन स्कूल के डाइरेक्टर श्रिंग को धन्यवाद दिया की उन्होंने हमारे छात्रो को यह दौरा करने की अनुमति दी।
मनीषा बनी “वोलेंटीयर ऑफ द इयर”
अपने-सपने संस्था की एच.आर. और इस एक साल की यात्रा में संस्था की सबसे कर्मठ और सहयोगी साथी रही मनीषा चम्याल को संस्था के सदस्य सौरभ राजवंशी द्वारा “वोलेंटियर ऑफ द इयर” की ट्राफी दी गयी।
दौपहर बाद हुई संस्था की वेबसाईट लांचः-
संस्था के क्लेमेंट टाउन स्थित शेल्टर में एक सादे समारोह के दौरान अपने एक वर्ष की यात्रा पर “जर्नी ऑफ ड्रीम” नाम से एक डॉक्यूमेंट्री जारी की। जिसमे एक वर्ष के दौरान संस्था द्वारा किये गये कार्यो को दिखाया गया। इसके बाद संस्था के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार यादव द्वारा संस्था की वेबसाईट apnesapne.org अपने सपने वोलेंटियर्स के सामने अपने कर कमलो द्वारा लॉंच की। जिसमे संस्था के संक्षिप्त परिचय के साथ-साथ उद्देश्य, प्रोजेक्ट्स के बारे में भी जानकरी है।
सरकारी स्कूल के 155 छात्रो को बांटी स्टेशनरीः-
गरीब बच्चो की शिक्षा पर कार्य करने वाली “अपने सपने” संस्था ने अपना पहला वार्षिक समारोह मनाया। जिसमे पहले से ही तय कार्यक्रम के अनुसार संस्था के वोलेंटियर्स ने सुबह प्रातः ही प्राइमरी स्कूल मोब्बेवाला में 155 छात्र-छात्राओं को स्टेशनरी (नोटबुक-पेन्सिल-रबड़-कटर) वितरित की। इस दौरान विद्यालय के शिक्षको के साथ साथ समाजिक कार्यकर्ती उमा भट्ट ने भी वोलेंटियर्स का सहयोग किया। गौरतलब है की संस्था स्टेशनरी सामान अपने “प्रोजेक्ट ऐटलिस्ट वन” के तहत एकत्रित करती है, जिसमे समाज से स्टेशनरी आइटम्स में से कोई भी एक दान करने की अपील की जाती है और जैसे ही पर्याप्त मात्रा में स्टेशनरी हो जाए तो उन्हें किसी सरकारी विद्यालय में बाँट दिया जाता है। अपने पहले वार्षिक समारोह को यादगार बनाने के लिए संस्था ने स्टेशनरी वितरित की।
इस दौरान संस्था के अध्यक्ष अरुण कुमार यादव, उपाध्यक्ष प्रियंका अनेजा, सचिव दीपक कोठियाल, उपसचिव विकास चैहान, कोषाध्यक्ष चंद्रशेखर, के अतिरिक्त मनीषा चम्याल, कमला परिहार, दीप प्रकाश पन्त, अमित, आकाश, प्रियंका नेगी, अमन, सत्यप्रकाश, कंचन, ऋतिक, प्रांजल, रौशनी और प्रज्ञा आदि सम्मलित रहे।