दहेज की मांग को लेकर विवाहिता को सात दिनों तक रखा बंद, जानिए खबर
रुड़की। दहेज की मांग को लेकर ससुरालियों ने विवाहिता को मारपीट कर सात दिनों तक कमरे में बंधक बनाए रखा। सातवें दिन मायके वालों की शिकायत पर पुलिस ने विवाहिता को ससुराल से निकलवाकर उनके सुपुर्द कर दिया। इस दौरान महिला ने पुलिस से अपने दुधमुहें बच्चे को दिलाने की मांग की। बहादराबाद थाने के भारापुर भौंरी निवासी महबूब पेंटर ने मार्च 2015 में अपनी बेटी मोहसिना का निकाह लक्सर क्षेत्र के बहादरपुर गांव में एक युवक के साथ किया था। महबूब की मानें तो मोहसिना का पति और ससुराल वाले दहेज में दो लाख की नगदी की मांग को लेकर तभी से उसे परेशान कर रहे थे। साल भर पहले मोहसिना को एक बेटा भी हुआ, इसके बावजूद वे लोग उसे प्रताड़ित करते रहे। पिछले हफ्ते उन्होंने मोहसिना के साथ मारपीट कर उसे एक कमरे में बंद कर दिया। पड़ोसी की सूचना पर उसके पिता बहादरपुर पहुंचे, लेकिन उन्हें बेटी से मिलने नहीं दिया गया। इसके बाद महबूब ने बहादराबाद पुलिस में शिकायत की, परंतु वहां की पुलिस ने मामला लक्सर कोतवाली का बताकर उन्हें वापस लौटा दिया। गत दिवस महबूब ने लक्सर कोतवाली पहुंचकर उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी। इस पर पुलिस बहादरपुर में मोहसिना की ससुराल पहुंची और उसे कोतवाली ले आई। कोतवाली पहुंची मोहसिना ने बताया कि पिछले सात दिनों से पति और ससुराल के अन्य लोग उसे कमरे में बंद करके मारपीट कर रहे थे। उसने अपने मायके जाने की इच्छा जताई। इस पर पुलिस ने उसे उसके पिता महबूब की सुपुर्दगी में दे दिया। इस दौरान मोहसिना ने पुलिस से अपने एक साल के दुधमुहें बच्चे को भी ससुराल से दिलाने की मांग की। एसएसआई हरिओम राज चैहान ने बताया कि बच्चे को मंगवाकर उसकी मां के सुपुर्द किया जाएगा।