धर्मनगरी का बेटा अमन पांडे बना सैन्य अधिकारी
हरिद्वार । देहरादून में भारतीय सेना अकादमी की पासिंग आउट परेड के बाद धर्मनगरी के अमन पांडे सैन्य अधिकारी बन गए। टिहरी विस्थापित निवासी अमन पांडे के माता पिता व परिजनों को जमकर बधाईयां भी मिल रही हैं। अमन पांडे के पिता मदन मोहन पांडे नायब सूबेदार पद से 2017 में सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। टिहरी विस्थापित कालोनी में उनके निवास पर क्षेत्र निवासियों का बधाई देने का तांता लगा हुआ है। दादा रामानंद पांडे अपने पोते के सैन्य अधिकारी बनने पर काफी खुश हैं। उनके आवास पर खुशी का माहौल बना हुआ है। दादा रामानंद पांडे ने कहा कि देश सेवा का जज्बा प्रत्येक भारतीय में होना चाहिए। देश सेवा सबसे बडी सेवा कहलाती है। युवाओं में राष्ट्रीय भावना को जागृत करने के लिए सभी को अपने प्रयास करने चाहिए। पोता अमन पांडे भारतीय सेना में सैन्य अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं देगा। उन्होंने कहा कि पूरा परिवार हर्षित है। शुरू से ही देश सेवा के लिए समर्पित भावना से लगन अवश्य ही मुकाम प्राप्ति में सहयोग करती है। उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को भारतीय सेना में भर्ती होकर रक्षा सुरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए। सैन्य अधिकारी बने अमन पांडे ने ज्वालापुर स्थित सेंटमेरी से 12वीं की परिक्षा उत्तीर्ण की जिसके बाद से वह सैन्य अधिकारी बनने के लिए अपनी तैयारियों में जुटा रहा। पिता मदन मोहन पांडे की प्रेरणा से ही उन्होंने यह मुकाम प्राप्त किया। अमन पांडे का भाई इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा है। अमन पांडे के पिता मदन मोहन पांडे व माता साधना पांडे अपने बेटे को अशीर्वाद व शुभकामना देने के लिए देहरादून पहुंचे। उनके द्वारा अपने पुत्र के कन्धों पर बैच भी लगाए गए। टिहरी विस्थापित कालोनी में खुशी का माहौल बना हुआ है। जनप्रतिनिधियों के अलावा स्थानीय नागरिक भी उनके आवास पर पहुंचकर शुभकामनाएं दे रहे हैं। अमन पांडे के पिता मदन मोहन पांडे से दूरभाष पर बातचीत करने के दौरान कहा कि देश सेवा सबसे बडी सेवा होती है। देश की सुरक्षा के लिए सैनिक अपने प्राणों को भी न्यौछावर कर देता है। भारतीय सीमा की रक्षा में सेना की साहस की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। अमन पांडे सदैव सैन्य अधिकारी बनने की इच्छा रखता था लगन व कडी मेहनत से वह आज सैन्य अधिकारी बना है। मां साधना पांडे ने अपने पुत्र के सैन्य अधिकारी बनने पर हर्ष जताया।