नाबालिगों से रेप मामले में मृत्युदंड कानून लाने पर सीएम का जताया आभार, जानिये खबर
देहरादून | मुख्यमंत्री आवास में 300 से अधिक महिलाओं ने नाबालिगों के साथ दुराचार पर फांसी की सजा का कानून लाने के फैसले पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड की देश और दुनिया में देवभूमि के रूप में अलग पहचान है। देश और दुनिया में हमारे प्रति एक अलग भाव होता है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में अबोध बच्चियों के साथ इस प्रकार के जघन्य अपराधों के लिए मृत्युदंड से कम सजा हो ही नहीं सकती। इसलिए हमने विचार किया कि उत्तराखण्ड में छोटी मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराधों के लिए मृत्युदंड का कानून बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में वर्ष 2016 में 38947 रेप के केस दर्ज किए गए, जिनमें से 33628 में ही चार्जसीट दर्ज हो सकी। इनमें से 18552 में ट्रायल पूरी हुई एवं 4739 में सजा हो पाई। छोटी-छोटी बालिकाओं के साथ रेप जैसे जघन्य अपराधों के लिए मृत्यु दंड से कम सजा नहीं हो सकती। अपराधी के मन में मौत का भय आना ही इस कानून का मकसद है। मुख्यमंत्री ने कहा इसके लिए मां को मजबूत होना आवश्यक है। मां मजबूत होगी तो परिवार मजबूत होगा। हमारी बच्चियां ऐसे हालात का मुकाबला कर सके इसके लिए हमें उन्हें मजबूत बनाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के इस आधुनिक युग में सिर्फ नौकरी का इंतजार करना ठीक नहीं। आज के युवाओं को स्वरोजगार की ओर बढ़ना होगा। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए छोटी सी शुरुआत की है। महिला स्वयं सहायता समूह की सहायता से देवभोग प्रसाद तैयार कर प्रदेश के मंदिरों में वितरित किया जा रहा है। केदारनाथ में सवा करोड़ का देवभोग प्रसाद बेचा गया। उन्होंने कहा कि हमने 110 महिलाओं को एलईडी लाइट बनाने का प्रशिक्षण दिया है। हमारी महिला बहनों ने इसमें बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। इनके द्वारा निर्मित उत्पाद बहुत ही सस्ता एवं टिकाऊ है। जहां अन्य उत्पादों की 01 साल की वारंटी है, हमारी बहनों द्वारा तैयार उत्पाद की 02 साल की वारंटी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पिरूल नीति तैयार की गई है। इस में महिला समूहों को प्राथमिकता दी जाएगी। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आयुष्मान भारत योजना शुरू की गई है जिसमें देश की 40 प्रतिशत आबादी को हेल्थ कवरेज दिया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार में प्रदेश के सभी नागरिकों को हेल्थ कवरेज देने का फैसला किया है। प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति देश के किसी भी हॉस्पिटल में इलाज करा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जानकारी के अभाव में प्रदेश की बहुत सी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को नहीं मिल पाता। हम सभी का प्रयत्न होना चाहिए, ऐसे पात्र लोगों को इसकी जानकारी देकर उनकी सहायता करें। कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर की महिलाओं की ओर से कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं ने बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाओं के लिए फांसी की सजा के कानून को लाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा कुसुम कंडवाल, अनुराधा वालिया, उषा रावत, सरोज डिमरी, सुंदरी कंडवाल, स्नेहलता शर्मा, मंजू नेगी, उषा जोशी, कमला नेगी, अनीता तिवारी, कविता शाह, आशा रौथाण, प्रमिला त्रिवेदी, ममता नेगी, दुर्गा देवी, सीमा शर्मा, गीता मनचंदा, रीना शर्मा, आशा चैहान, गुड्डी कलूड़ा, सरला अग्रवाल, पुष्पा ध्यानी, प्रेमा राणा, राजकुमारी पंत, सीमा खुराना, नेहा नेगी मधु व्यास, भारती, पूनम आदि उपस्थित थे