निकाली गई भव्य शोभायात्रा , जानिए खबर
हरिद्वार । श्रीरामलीला कमेटी ने सनातन संस्कृति के प्रमुख वैवाहिक संस्कार का संवर्द्धन करते हुए भगवान राम बारात की भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जिसमें राम, लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न के रथ के साथ पंजाब, सहारनपुर एवं हरिद्वार के प्रमुख बैण्डों ने धार्मिक ध्वजों के साथ गंगा तट से देश की जनता को संस्कारित वैवाहिक बन्धनों में बंधने का संदेश दिया। इससे पूर्व रंगमंच पर रावण-बाणासुर संवाद, धनुष यज्ञ तथा लक्ष्मण परशुराम संवाद की अद्भुत लीला का दर्शन कराया गया। श्रीरामलीला भवन से राम बारात शोभायात्रा का शुभारम्भ करते हुए श्री रामलीला सम्पत्ति कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष गंगाशरण मदद्गार ने कहा कि संस्कारित विवाह व्यक्ति के जीवन संबंधों को मजबूती प्रदान करते हैं इसीलिए श्रीरामलीला कमेटी प्रतिवर्ष भगवान श्रीराम की बारात को भव्य शोभयात्रा में आयोजित करती है ताकि हमारी युवा पीढ़ी पाश्चात्य सभ्यता की ओर न भटके। श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेन्द्र चड्ढा ने श्रीराम बारात शोभायात्रा का हेतु समझाते हुए कहा कि भारतीय जनमानस अपने संस्कारों को आत्मसात कर सुखद सम्पन्न एवं शांतिपूर्ण जीवन का आनन्द लें इसीलिए श्रीरामलीला कमेटी प्रतिवर्ष इस आयोजन को वृहद स्वरुप में प्रस्तुत करती है। धर्म एवं अध्यात्म के अद्भुत दृश्यों के साथ भगवान राम का रथ श्रीरामलीला भवन से मोती बाजार, बड़ा बाजार होते हुए हरकी पैड़ी पहुंचा वहां गंगा की दर्शन पूजन करने के बाद अपर रोड होत हुए पुनः रामलीला भवन सम्पन्न हुई। हरिद्वार के विभिन्न व्यापारिक संगठन एवं संस्थाओं के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों तथा बाहर से आये श्रद्धालुओं ने श्रीराम बारात शोभायात्रा का भव्य स्वागत एवं प्रसाद ग्रहण कर अपना अन्तःकरण पवित्र किया। श्रीरामलीला कमेटी की इस राम बारात शोभायात्रा को देखने के लिए उत्तराखण्ड से बाहर कई अन्य प्रान्तों के रामभक्त भी हरिद्वार आते हैं।इससे पूर्व रंगमंच पर दर्शाये गए धनुष यज्ञ में परशुराम के रुप में डाॅ. रमेश खन्ना ने जब राजा जनक के दरबार में शिव धनुष के विखण्डन पर अपने गुस्से का इजहार किया तो सारे राजा सन्न रह गये लेकिन लक्ष्मण जी के क्षत्रियत्व ने जब अंगड़ाई ली तो परशुराम ने यह कहकर क्षमा याचना की कि उनको यह मालूम नहीं था कि रामावतार हो चुका है। डाॅ. रमेश खन्ना के संचालन में निकाली गई शोभायात्रा की सफलता में योगदान देने वालों में प्रमुख थे श्रीरामलीला कमेटी के महामंत्री महाराजकृष्ण सेठ, सम्पत्ति कमेटी के मंत्री रविकान्त अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील भसीन तथा राकेश गोयल, मुख्य दिग्दर्शक भगवत शर्मा ‘मुन्ना’, कोषाध्यक्ष रविन्द्र अग्रवाल, दादा गुरु वैद्य रघुवीर सिंह वेदी, प्रेस प्रवक्ता विनय सिंघल, मंत्री डाॅ. संदीप कपूर, उप मंत्री कन्हैया खेवड़िया, श्रीकृष्ण खन्ना, मुरलीधर अग्रवाल, मदन मोहन बंसल, राकेश बजरंगी, सुनील वधावन, मयंकमूर्ति भट्ट, देवेन्द्र चड्ढा, विपिन वेदी, विकास सेठ, आदित्य नागर, दीपक भारती तथा साहिल मोदी सहित सहयोगी सम्मिलित रहे।