नितिन रस्तोगी को आपसी झगड़े में दोस्तों ने उतारा था मौत के घाट
खटीमा। नितिन रस्तोगी हत्याकांड मामले में पुलिस ने मृतक के दो दोस्तों को गिरफ्तार किया है। नितिन रस्तोगी का शव एक जनवरी को खटीमा थाना क्षेत्र में मेलाघाट रोड पर झाड़ियों में मिला था। तभी से पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी थी और नितिन रस्तोगी के दोनों दोस्तों की तलाश कर रही थी। खटीमा कोतवाली के एसआई अशोक कुमार ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मामला गैर इरादतन हत्या का सामने आया है। इस मामले में खटीमा शिव कॉलोनी निवासी राजेश रस्तोगी ने पुलिस को तहरीर दी थी। राजेश रस्तोगी ने पुलिस को बताया था कि उनका बेटे नितिन रस्तोगी को उसका दोस्त चंद्रपाल 31 दिसंबर शाम को घर से बुलाकर ले गया था। इसके बाद देर रात उनका बेटा मेला घाट रोड पर झाड़ियों में घायल मिला था, जिसको अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। पुलिस ने मामले में जांच शुरू की और मृतक नितिन रस्तोगी के दोस्त चंद्रपाल और संजय गुप्ता निवासी शिव कालोनी खटीमा को गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 31 दिसंबर की रात को नितिन रस्तोगी के साथ चंद्रपाल और संजय गुप्ता ने शराब पी। इस दौरान उन लोगों का आपस में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया और हाथापाई में नितिन रस्तोगी गिर गया।आरोपियों ने पुलिस को जो बताया उसके मुताबिक गिरने की वजह से रस्तोगी को गंभीर चोट आ गई थी, जिससे देखकर चंद्रपाल और संजय गुप्ता घबरा गए थे और समय पर इलाज न मिलने के कारण नितिन रस्तोगी की मौत हो गई। पुलिस ने नितिन रस्तोगी की गैर ईरादतन हत्या के मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया।