नितेश जोशी काण्ड को लेकर परिजनों का प्रदर्शन
देहरादून। पुलिस व अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक नितेश जोशी के परिजनों ने एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले मे सावधानी बरती गई होती तो आज नितेश जीवित होता। गुमशुदगी को लेकर 12 मार्च को ही रायपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने को कार्रवाई नहीं की। एसएसपी कार्यालय में दिये गये ज्ञापन के माध्यम से परिजनों ने कहा कि मृतक छात्रा नितेश जोशी पुत्र अर्जुन दत्त जोशी निवासी चकराता व हाल निवासी छात्रावास कण्डोली 7 मार्च से लापता था। जिसकी गुमशुदगी परिजनों द्वारा 12 मार्च को रायपुर थाने में दर्ज करवाई गयी थी। जिसमें पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी। मृतक छात्र के परिजनों का कहना है कि जिस व्यक्ति से छात्र का फोन बरामद किया गया उसे भी पुलिस ने रिहा कर दिया। पुलिस द्वारा जब कोई ठोस कार्यवाही नहीं कि गयी तो परिजनों ने 30 मार्च को राज्यपाल महोदय व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की जिन्होने परिजनों को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। परिजनों का कहना है कि उन्होने खुद ही पता लगाया कि 8 मार्च को उक्त छात्र को घायल अवस्था में सुद्वोवाला क्षेत्र में देखा गया था। जिसे स्थानीय लोगों ने 108 के माध्यम से दून अस्पताल में भर्ती करवा दिया था। जिसकी मौत चिकित्सकों की लापरवाही से 11 मार्च को हो गयी थी। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन व पुलिस विभाग ने घोर लापरवाही दिखाते हुए बिना कोई सूचना दिये छात्र का लावारिस में दाह संस्कार कर दिया था। परिजनों का कहना कि इस मामले में पुलिस व प्रशासन द्वारा घोर लापरवाही की गयी है। जिसके खिलाफ उचित कार्यवाही होनी चाहिये। प्रदर्शन में परिजनों के साथ छात्र युवा संघर्ष समिति के लोग भी उपस्थित थे |