निर्धन एवं असहाय लोगो को समझे नर्स
प्रमुख सचिव, चिकित्सा/स्वास्थ्य, उत्तराखण्ड शासन ओम प्रकाश ने बताया कि उत्तराखण्ड, नर्सेज एसोसिएशन संवर्ग के वेतन उच्चीकरण, ढांचे के पुनर्गठन व अन्य मांगों को लेकर दिनांक 10 सितम्बर, 2015 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। व्यापक जनहित में नर्सेज एसोसिएशन के कार्य पर वापस न आने के दृष्टिगत् चिकित्सा अनुभाग-3 उत्तराखण्ड शासन की अधिसूचना संख्या 1469 दिनांक 08 सितम्बर, 2015 द्वारा अग्रिम आदेशों तक के लिए स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नर्सिंग संवर्ग के कार्मिकों की समस्त सेवाओं को अत्यावश्यक सेवाएं घोषित करते हुए उनकी हड़ताल को निषिद्ध कर दिया गया है। वेतन उच्चीकरण की मांग वेतन विसंगति समिति द्वारा अस्वीकृत की जा चुकी है फिर भी इसे माननीय राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन मंत्री, उत्तराखण्ड यशपाल आर्य की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति को विचारर्थ संदर्भित किया गया है एवं समिति से शीघ्र अपनी संस्तुतियां प्रदान करने विषयक अनुरोध किया गया है। अन्य मांगों यथा नर्सिंग भत्ते में वृद्धि, रिक्त पदों पर पदोन्नति, ढांचे के पुनर्गठन आदि के सम्बन्ध में शासन द्वारा तत्परता से विचार किया जा रहा है एवं समयबद्ध रूप से निर्णय लिये जा रहे हैं। एक मांग यथा उप निदेशक पद पर प्रोन्नति के संदर्भ में प्रोन्नत आदेश आज निर्गत किये जा चुके हैं।हड़ताल से उत्पन्न स्थिति के निराकरण के लिए सरकारी नर्सिंग काॅलेज एवं स्कूलों से जहां एक ओर नर्सेज को अस्थाई रूप से विभिनन्न चिकित्सालयों में तैनात किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर स्वयंसेवी संस्थाओं, निजी चिकित्सालयों, निजी मेडिकल कालेजों, सरकारी ए.एन.एम.टी.सी. से नर्सेज एवं ए.एन.एम. को आवश्यकतानुसार प्रत्येक अस्पताल में तैनात किया गया है/ किया जा रहा है ताकि नर्सिंग सेवाओं की सुचारू व्यवस्था जारी रहे। नियतकालिक संविदा पर सेवानिवृत्त नर्सों को आबद्ध करने हेतु प्रक्रिया प्रारम्भ की जा रही है। उनके द्वारा आवेदन किये जाने पर महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य द्वारा तत्सम्बन्धी नियुक्ति आदेश तत्काल निर्गत किये जायेंगे। साथ ही हड़ताली नर्सिंग कर्मियों से निर्धन एवं असहाय रूग्ण व्यक्तियों को हो रही कठिनाईयों के दृष्टिगत व्यापक जनहित में यह अपील की जाती है कि वे तत्काल अपने कार्य पर वापस आयें।