नेतागण “सोशल” से सोशल मीडिया तक
आदर्श चुनाव आचार संहिता में राजनैतिक दलों एवं प्रत्याशियों द्वारा सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार हेतु निर्वाचन आयोग द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखण्ड के कार्यालय में मीडिया प्रमाणन के लिये गठित एडिशनल सी.ई.ओ. कमेटी द्वारा यह पाया गया है कि विभिन्न राजनैतिक दलों के सदस्यों द्वारा सोशल मीडिया पर बिना किसी प्रमाणीकरण के प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसमें भारतीय जनता पार्टी से अजय भट्ट,सतपाल महाराज, दिनेश सिंह पंवार, अजय भण्डारी, उमेश अग्रवाल, भूपेश उपाध्याय,प्रदीप बत्रा एवं गणेश जोशी आदि शामिल हैं। इसी प्रकार इंडियन नेशनल कांग्रेस से हरीश रावत, डाॅ. इंदिरा हृद्येश, किशोर उपाध्याय, सरिता आर्या, तिलकराज बेहड़ आदि के सोशल मीडिया अकाउंट्स बिना किसी पूर्व प्रमाणीकरण के चलाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रचार कर रहे राजनैतिक दलो के सदस्यों की यह अंतिम सूची नही हैं और अन्य भी कई एकाउण्ट्स अनुश्रवण के दौरान बिना प्रमाणीकरण के पाये गये है। इसे संज्ञान में लेते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने दोनों ही दलों के प्रदेश अध्यक्षों को नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि ‘‘प्रत्यक्ष रूप से यह आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन प्रतीत होता है। कृृपया उक्त सन्दर्भ में अपना स्पष्टीकरण तीन दिनों के भीतर उपलब्ध कराने का कष्ट करें कि क्यों न आपके दल को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी माना जाय‘‘। इसके अतिरिक्त जिला स्तरीय एम.सी.एम.सी. कमेटियों द्वारा भी जनपदों में संचालित सोशल मीडिया अकाउंट्स का अनुश्रवण किया जा रहा है और सम्बन्धित को नोटिस भी जारी किये गए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एक बार पुनः सभी राजनैतिक दलो के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी प्रचार-प्रसार से पूर्व अपने द्वारा संचालित एकाउण्ट्स का निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों के अनुपालन में पूर्ण विवरण देते हुए एम.सी.एम.सी. कमेटी से प्रमाणीकरण अवश्य करा लें, अन्यथा इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जा सकता है।