नॉर्थ कोरिया न्यूक्लियर टेस्ट रोकने को तैयार
साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया के बीच रिश्ते सुधारने की कोशिशें जारी हैं। इसी के तहत उत्तर कोरिया का एक डेलिगेशन मंगलवार को पहली बार तानाशाह किम जोंग-उन से मिला। मीटिंग में दोनों के बीच अगले महीने बातचीत पर सहमति बन गई है। खास बात यह रही कि इस 5 सदस्यीय डेलिगेशन का स्वागत किम जोंग ने खुद किया। साउथ कोरिया लौटने के बाद डेलिगेशन ने दावा किया कि अमेरिका से बातचीत के लिए किम अपने न्यूक्लियर टेस्ट्स पर रोक लगाने के लिए तैयार है। बता दें कि न्यूक्लियर और मिसाइल टेस्ट्स को लेकर अमेरिका और यूएन ने नॉर्थ कोरिया पर कई कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। नॉर्थ कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) के मुताबिक, साउथ कोरियाई डेलिगेशन से मुलाकात में किम ने जोर देते हुए कहा कि वो दोनों देशों को फिर से साथ लाकर एक नया इतिहास बनाना चाहता है। वहीं डेलिगेशन ने बताया कि तानाशाह अप्रैल में दोनों देशों के बीच एक शिखर सम्मेलन रखने पर राजी हो गया है। मीटिंग में नॉर्थ-साउथ के बीच रिश्ते मजबूत करने और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति स्थापित करने पर बात हुई। इसके अलावा सियोल डेलिगेशन ने किम को राष्ट्रपति मून जेइ-इन का पर्सनल लेटर भी सौंपा। बता दें कि साउथ कोरिया के राष्ट्रपति पिछले काफी वक्त से नॉर्थ कोरिया से बातचीत शुरू करने की वकालत करते आ रहे हैं। पिछले 7 साल में यह पहला मौका है कि साउथ कोरिया के अधिकारी किम जोंग-उन से सीधे तौर पर मिले हैं। किम जोंग-उन अपने पिता किम जोन-इल की मौत के बाद 2011 में सत्ता में आए थे। तभी से दोनों के बीच रिश्ते बेहतर नहीं रहे। कोरियाई प्रायाद्वीप में लगातार बिगड़ते हालातों के मद्देनजर ये पहली बार है कि नॉर्थ कोरिया लगातार अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहा है। इसी साल साउथ कोरिया में हुए विंटर ओलिंपिक में नॉर्थ और साउथ कोरिया की टीमों ने एक झंडे के नीचे हिस्सा लिया था। तानाशाह ने अपनी बहन किम यो जोंग को भेजकर दोनों देशों के बीच तल्खी कम करने की कोशिश भी की थी। इन्हीं कोशिशों के चलते साउथ कोरिया के प्रेसिडेंट मून जेई-इन ने बीते हफ्ते अपना डेलीगेशन नॉर्थ कोरिया भेजने की बात कही थी।