पर्यटन व वन विभाग के मध्य उचित समन्वय आवश्यक : मुख्यमंत्री
पिथौरागढ़ एवं चम्पावत विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री ने किया घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा
देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जनपद पिथौरागढ़ एवं चम्पावत विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्रीघोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। कैबिनेट मंत्री व पिथौरागढ़ के विधायक प्रकाश पन्त, केबिनेट मंत्री मदन कौशिक, अरविन्द पाण्डेय, विधायक डीडीहाट बिशन सिंह चुफाल, विधायक धारचूला हरीश धामी, विधायक लोहाघाट पूरन सिंह फत्र्याल, विधायक गंगोलीहाट मीना गंगोला भी समीक्षा बैठक में उपस्थित थे।
धारचूला – मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने धारचूला के सोसा में मिनी स्टेडियम के निर्माण धीमी प्रगति के कारणों की जानकारी लेते हुए जिला स्तरीय अधिकारियों को स्पष्ट किया कि शासन को भेजी जाने वाली आख्या ठोस कार्यवाही व फील्ड निरीक्षण पर ही आधारित हो। अधिकारी अपने दायित्वों को गम्भीरता से ले। उन्होंने सचिव युवा कल्याण को निर्देश दिए कि कार्य में लापरवाही करने वाले अधिकारियों का जवाब तलब किया जाय। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने मुनस्यारी को कृषि जैविक हब के रूप में विकसित करने, स्थानीय प्रजाति के पौधों से बने उत्पादों को प्रोत्साहित करने, ऐरोमेटिक क्लस्टर विकसित करने तथा स्थानीय पौधो से बनी पूजा सामग्री के उत्पादन की कार्ययोजना पर गम्भीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि गुंजी पेयजल योजना की डीपीआर एक सप्ताह में तैयार हो जाएगी तथा अगले माह तक इसे अनुमोदन मिल जाएगा। धारचूला में पार्किंग व आधुनिक शौचालय निर्माण कार्य प्रगति पर है। बलुवाकोट पयापौडी मोटर मार्ग का विस्तारीकरण, दोबाट-रांथी मोटर मार्ग, सिमल से नाग मोटर मार्ग डुंगातोली से चुनरगांव मोटर मार्ग, ऐलागाड से तटबन्ध का निर्माण, तवाघाट में तटबन्ध के निर्माण के कार्यो को एक महीने में स्वीकृति मिल जाएगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मिलम ट्रैक रूटस विकसित करने के सर्वेक्षण में रालम को भी जोड़ा जाए।
चम्पावत- मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने चम्पावत व राज्य में अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में ट्रेक रूटस विकसित करने व अन्य पर्यटन गतिविधयों को बढ़ावा करने हेतु पर्यटन व वन विभाग के मध्य उचित समन्वय पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन एवं पर्यटन विभाग में अच्छा तालमेल होना बहुत आवश्यक है। वन विभाग के अन्र्तगत गठित इको टूरिज्म काॅरपरेशन की टेªक रूटस विकसित करने व पर्यटन को बढ़ावा देने में प्रभावी भूमिका हो सकती है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने चम्पावत में गौडी नदी के पुनर्जीवीकरण की स्थिति का संज्ञान भी लिया। जिलाधिकारी चम्पावत द्वारा बताया गया कि गौडी नदी के सरंक्षण व संवर्द्धन का कार्य प्रगति पर है। इस वर्ष नदी क्षेत्र में 15000 पौधे रोपे गए है। नदी पर चैक डेम, चाल-खाल व टैन्चेस विकसित किए गए है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने गौडी नदी के पुनर्जीवीकरण के कार्य को व्यापक जनभागीदारी से सफल बनाने का आह्वाहन किया। अधिकारियो द्वारा जानकारी दी गई की चम्पावत जनपद में चाय विकास बोर्ड द्वारा नाबार्ड के माध्यम से चाय बागान विकसित किए जाने की कार्यवाही गतिमान है। राज्य के 5 जिलों में 600 हैक्टेयर क्षेत्र में नाबार्ड के माध्यम से चाय बागान विकसित किए जा रहे है। जनपद चम्पावत में चाय फैक्ट्री की स्थापना के लिए 482.23 लाख की धनराशि का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जनपद मुख्यालय में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सौन्दर्यीकरण का कार्य गतिमान है। जनपद में नाबार्ड के तहत छोटी-छोटी झीलों का निर्माण किया जायेगा। कुर्म सरोवर झील लागत 16.55 लाख रूपये एवं डिप्टेश्वर झील लागत 20.53 लाख रूपये की योजनाएं प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति हेतु शासन को भेजी जा चुकी है। पूर्णागिरी मेले में मार्गाे, शौचालय तथा साइनेजेल व समस्त अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु 1.71 करोड़ रूपये का प्रस्ताव कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम द्वारा शासन को भेज दिया गया है। पूर्णागिरी में रोपवे निर्माण, चम्पावत में आधुनिक शौचालय, पार्किंग व बस अडडा निर्माण, टनकपुर में शौचायलय व पार्किंग निर्माण कार्य प्रगति पर है। चम्पावत व टनकपुर के सुनियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान हेतु सर्वेक्षण शुरू हो गया है। चम्पावत स्थित किले में पर्यटन की गतिविधयों को संचालित करने का कार्य दिसम्बर 2019 से आरम्भ हो जाएगा।
गंगोलीहाट-मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर पार्क व प्रेरणा केन्द्र बेरीनाग के निर्माण में देरी का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि घोषणाओं को प्राथमिकता के साथ क्रियान्वित किया जाय। अधिकारियों ने जानकारी दी कि अल्मोड़ा अस्कोट बेेरीनाग मोटर मार्ग में राईआगर सेराघाट मोटर मार्ग के मध्य विभिन्न स्थानों पर रफटों का निमार्ण कार्य मार्च 2019 तक पूरा हो जाएगा। सानीखेत -छडौली मोटर मार्ग पर दलदलीय क्षेत्र की सुधारीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। गणाई वासुकीनाग पेयजल योजनाओं हेतु सर्वेक्षण आरम्भ हो चुका है।
लोहाघाट – मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने लोहाघाट विधानसभा क्षेत्र के लिए की गई घोषणाओं की समीक्षा के दौरान पर्यटन विभाग को लोहाघाट व आसपास के क्षेत्र में विवेकानन्द पर्यटन सर्किट विकसित करने की कार्ययोजना पर कार्य करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द द्वारा शिकागो में ऐतिहासिक भाषण देने के 125 वर्ष पूरे होने पर यह वर्ष विशेष है। स्वामी विवेकानन्द के उत्तराखण्ड राज्य में स्मृतियों को सहेजने के लिए कार्य किया जाय। राज्य में जिन स्थानों में स्वामी विवेकानन्द ने भ्रमण व निवास किया उन्हें विवेकानन्द सर्किट के तहत पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाय। बागेश्वर में स्वामी विवेकानन्द जी की निजी सम्पति को भी सरकार द्वारा सरंक्षण दिया जाना चाहिए। अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि लोहाघाट में पशु सेवा केन्द्र ईजडा बाराकोअ के उच्चीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। कोलीडेक झील निर्माण हेतु प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दी जा चुकी है तथा 8 करोड़ रूपये की धनराशि जारी हो चुकी है। लोहाघाट के सुनियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान हेतु सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है। विकासखण्ड पाटी में कोरा नदी लिफट पेयजल योजना की डीपीआर तैयार है तथा योजना को आगामी 15 सितम्बर तक अनुमोदन मिल जाएगा।
डीडीहाट– बैठक में जानकारी दी गई कि डीडीहाट में हैलीपेड निर्माण हेतु जमीन मिल गई है। डीजीसीए से क्लियेरेन्स प्राप्त करने की प्रक्रिया आरम्भ हो रही है। डिगरा मुवानी कलौन गाड पेयजल योजना की डीपीआर बन गई है। 5 अगस्त तक इसे अनुमोदन प्राप्त हो जाएगा। मडमाले दौबास सडक से चुर्चु-कूनकू मोटर मार्ग निर्माण का आकलन शासन में पहुंच गया है। गर्खा लिफट पेयजल योजना की डीपीआर तैयार है। कठपतिया दोबांस मोटर मार्ग से बारसो तक मोटर मार्ग हेतु सर्वे पूरा हो चुका है। बुंगाछीना से नगरोडा मोटर मार्ग, लछैर से गाडगांव तक मोटर मार्ग के डामरीकरण का कार्य मार्च 2019 तक पूरा हो जाएगा। डीडीहाट पेयजल योजना 65 प्रतिशत पूरी हो चुकी है तथा मार्च 2019 तक यह पूरी हो जाएगी।
पिथौरागढ़- पिथौरागढ़ में पार्किंग निर्माण के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में पार्किंग प्रबन्धन को गम्भीरता से लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें नीतिगत निर्णय लेने होंगे। पार्किंग आदि निर्माण कार्य होने के बाद इन स्थानों को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। संचालन करने वाली संस्थाओं का प्रबन्धन कुशल होना चाहिए। इन स्थानों को निर्माण के बाद स्थानीय संस्थाओं जैसे ग्राम पंचायत या नगर पंचायत आदि को भी दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने रई नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। जिला प्रशासन ने बताया कि पहले चरण में रई नदी में पहले चरण में 4500 पौधे रोपे गए। पौधों की अच्छी देख रेख की जा रही है। मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ में किले में लाइट एण्ड साउण्ड सिस्टम लगाने, ऐतिहासिक म्यूजियम बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पिथौरागढ़ नर्सिंग कालेज जिसकी कक्षाएं हल्द्वानी से संचालित हो रही है का कार्य शीघ््रा पूर्ण किया जाय। सचिव स्वास्थ्य ने जानकारी दी कि बेस चिकित्सालय पिथौरागढ के अधूरे निर्माण कार्य आगामी मार्च तक पूरा हो जाएगा। पिथौरागढ़ बी0डी0 पाण्डेय जिला चिकित्सालय में 50 अतिरिक्त शैया की योजना जिसकी लागत 5.55 करोड़ रूपये है को एक महीने मे अनुमोदन मिल जाएगा। मार्च 2019 तक योजना को पूर्ण कर दिया जाएगा। पिथौरागढ़ जिले में वर्ष 2018 में कुल नियमित 27 डाॅक्टर तैनात कर दिए गए है। जिसके सापेक्ष 24 चिकित्सकों ने योगदान कर लिया है। संविदा के माध्यम से 04 चिकित्सकों की नियुक्ति की गयी है। मुख्यमंत्री जी की डाॅक्टरों की नियुक्ति के सम्बन्ध में घोषणा पूरी हो चुकी है। पिथौरागढ़ में औद्योगिक आस्थान के विकास के सम्बन्ध में जीओ जारी हो गया है। 2.8 करोड़ रूपये के आकलन के सापेक्ष 83 लाख रूपये की धनराशि जारी हो चुकी है। एक सप्ताह के भीतर योजना पर कार्य आरम्भ हो जाएगा। पिथौरागढ़ के मास्टर प्लान हेतु सर्वे का कार्य आरम्भ हो चुका है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, आनंद बर्द्धन, सचिव डा0भूपिन्दर कौर औलख आदि भी उपस्थित थे।