पर्यावरण संरक्षण भी देश प्रेम व राष्ट्र सेवाः राज्यपाल
देहरादून । पर्यावरण संरक्षण प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। पर्यावरण संरक्षण भी देश प्रेम व राष्ट्र सेवा है। धार्मिक व अध्यात्मिक संस्थाएं भी पर्यावरण संरक्षण के लिये आगे आये। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गुरूवार को परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में आयोजित श्री राम कथा में प्रतिभाग करते हुए यह विचार व्यक्त किये। राज्यपाल मौर्य ने कहा कि भारतीय अध्यात्म में प्रकृति, पेड़-पौधे, जल और नदियों को पूजा जाता है तथा प्रकृति के सानिध्य में रहने के लिये प्रेरित किया जाता है। वैदिक धर्म, संस्कृति व परम्पराएं हमेशा से ही पर्यावरण संरक्षण एवं जल संरक्षण के प्रति समर्पित रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि लोग रामकथा के श्रवण से शुद्ध अन्तःकरण से मानवता की सेवा के लिये प्रेरित होंगे ऐसी आशा है। देवभूमि उत्तराखण्ड में पाॅलिथीन मुक्त पर्यावरण व निर्मल गंगा हेतु सभी को प्रयास करने होंगे। भारत को विश्व गुरू बनाने हेतु सभी को दृढ़ सकंल्प लेना होगा। उन्होंने मातृ भाषा हिन्दी व संस्कृत भाषा के अधिकाधिक प्रयोग को प्रोत्साहित करने की बात भी कही। इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती, कथावाचक मुरलीधर जी महाराज तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।