पहाड़ी क्षेत्रों में महिलाओं को पारंपरिक व स्वयं की खेती करने पर मिलेगा बोनस
पौड़ी जिले के एकेश्वर ब्लाक में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पहाड़ के जल, जमीन और जंगल के संरक्षण के लिए सभी लोगों को एकजुट होकर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि पहांड़ों मेें आये दिन हो रहा पलायन गंभीर समस्या है। कहा कि पलायन और बेरोजगारी को रोकने के लिए सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का पहाड़ के लोगों को सही इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में उगाई जाने वाली कोदा, झंगोरा, भट्ट, गहत आदि की पारंपिक खेती को बढ़ावा देने के लिए अनुदान योजना शुरू की गई है। वनों को सूखा व आग से बचाने तथा गांवों में पानी की संतुलित मात्रा करने के लिए पानी का संरक्षण हेतु बोनस दिया जा रहा है। उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में महिलाओं को पारंपरिक व स्वयं की खेती करने पर भी बोनस देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने एकेश्वर में महिला आईटीआई की घोषणा करने समेत 11 मांगों को स्वीकृत किया। कहा कि प्रदेश में फिर से सरकार बनी तो सभी प्रकार की पेंशनें तीन गुनी तथा 65 वर्ष से अधिक आय के बुजुर्गों को नये साल से पांच सौ रूपये अतिरिक्त पेंशन देने की घोषणा की। राजकीय बालक इंटर कालेज एकेश्वर के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में मा0 मुख्यमंत्री हरीश ने पहाड़ के चौमुखी विकास का संकल्प एक बार फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनी तो उत्तरखंड को को 2019-20 तक बीपीएल परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। कार्यक्रम में मेजबान एकेश्वर ब्लाक के वासिंदों ने मुख्यमंत्री के सामने सौ से अधिक घोषणाओं का मांग पत्र सौंपा। जिनमें से मुख्यमंत्री से मात्र 11 घोषणाओं को ही स्वीकृत किया। कहा कि सरकार फिर बनी तो ब्लाक समेत पूरे पहाड़ का विकास नये सिरे से किया जाएगा। कहा कि पहाड़ का विकास तभी संभव है जब पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी को पलायन और बेरोजगारी से मुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहाड़ के सुंदर क्षेत्रों को पर्यटन के साथ जोड़ा जाएगा। ताकि इन दूरस्थ क्षेत्रों में पर्यटकों का बराबर आना जाना होता रहे।