पिथौरागढ़ भ्रमण पर पंहुचे मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र
पिथौरागढ़ | एक दिवसीय जनपद पिथौरागढ़ के भ्रमण पर पंहुचे मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा जिला मुख्यालय के निकटस्थ चंडाक मोष्टमानो क्षेत्र जिसे राज्य सरकार द्वारा पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाए जाने हेतु थर्टीन डिस्ट्रिक्ट थर्टीन डेस्टिनेशन के तहत चयन किया गया है, का स्थलीय निरीक्षण कर पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाए जाने हेतु क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। मोष्टमानो में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाए जाने के लिए सरकार द्वारा 13 जनपदों में एक-एक नये पर्यटन स्थानों का चयन किया गया हैं। इन स्थानों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। जनपद पिथौरागढ़ में चंडाक मोष्टमानो क्षेत्र को चयनित किया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से पिथौरागढ़ का सुनहरा भविष्य है। चंडाक मोष्टमानो क्षेत्र में प्रारंभिक तौर पर एक विश्व स्तरीय ट्यूलिप गार्डन तैयार कर इसकी शुरुआत की जा रही है। इसके लिए प्रारम्भिक तौर पर 50 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं, शीघ्र ही अतिरिक्त धनराशि भी आवंटित की जाएगी। ताकि योजना के अनुरूप कार्य प्रारंभ किया जा सके। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ की जो प्राकृतिक सुन्दरता है वह अपने आप में अद्वितीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की जो संकल्पना पर्यटन गंतव्यों को विकसित करने की है उस परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए सभी स्थानों का मास्टर प्लान बनाकर उसके अनुरूप पर्यटन विकास कार्य किया जा रहा है। कार्यक्रम में उपस्थित राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि ईको पर्यटन के क्षेत्र में जो भी कार्य किए जाए वह विश्व स्तरीय हों, ट्यूलिप गार्डन अपने आप में एक विश्व स्तरीय आकर्षक भरा हो ताकि जो व्यक्ति अधिक धनराशि व्यय कर विदेशों में जाते हैं वह यहॉ आकर कम धनराशि में अधिक से अधिक आनन्द उठा सकें। उन्होंने कहा कि जो भी कार्य क्षेत्र में कराए जाय उसमें प्राकृतिक सौन्दर्यता का पूर्ण ध्यान रखते हुए किया जाय, सीमेंट का कम से कम कार्य किया जाय तथा स्थानीय पुष्पों को भी विकसित किया जाय। साथ ही उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य को देखते हुए मास्टर प्लान तैयार किया जाय। तथा सभी आयु वर्गों के ब्यक्तियों हेतु आकर्षक हो इसका अवश्य ध्यान रखा जाय। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि वह इसमें अपनी व्यक्तिगत रूचि लेकर एक विश्व स्तरीय मास्टर प्लान तैयार कराएं, ताकि जनपद पर्यटन गतिविधियों में आगे बड़े। प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव ने तेरह डेस्टिनेशन के अंतर्गत चयनित चंडाक मोष्टमानो क्षेत्र को इको पार्क के रूप में विकसित किए जाने हेतु प्रस्तावित कार्यो के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी मुख्यमंत्री जी को दी गई। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाए जाने हेतु 400 हैक्टेयर भूमि में जल संरक्षण ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा है। क्षेत्र में 50 हेक्टेयर मै ट्यूलिप गार्डन तैयार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त अन्य प्रजाति के फूल भी विकसित किए जाएंगे। इस हेतु मृदा परीक्षण भी कर लिया गया है।पार्क में 40 प्रजाति के ट्यूलिप के फूल लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्यूलिप गार्डन ऐसा तैयार हो जो विश्व स्तरीय हो ताकि अधिक से अधिक देशी विदेशी पर्यटक यहां आए। इस हेतु अच्छे से अच्छे जानकारों से इसका मास्टर प्लान तैयार किया जाय। मुख्यमंत्री ने प्रभागीय वनाधिकारी को निर्देश दिए कि क्षेत्र में पर्यटन विकास हेतु जो भी कार्य कराए जाय उसमें स्थानीय ब्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही गार्डन तैयार होने के उपरांत स्थानीय लोगों को स्थायी रोजगार मुहैय्या कराने के साथ ही इस कार्य के संबंध में क्षेत्र वासियों से भी वार्ता अवश्य कर ली जाय।वनाधिकारी ने अवगत कराया कि ट्यूलिप गार्डन को विकसित करने में लगभग 10 माह तक लगेंगे। भार्गव ने माननीय मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि डेस्टिनेशन क्षेत्र में बर्ड वाचिंग की भी अपार संभावनाएं हैं। इससे पूर्व स्टेट प्लेन से पिथौरागढ़ पंहुचने के उपरांत प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री ने चंडाक मोष्टमानो पंहुचकर सर्वप्रथम मोष्टा देवता की पूजा अर्चना की, उनके साथ प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव वित्त अमित नेगी ने भी पूजा अर्चना की। इस दौरान दर्जा धारी राज्यमंत्री शमशेर सत्याल, कुमाऊं मंडल विकास निगम के अध्यक्ष केदार जोशी जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ विजय कुमार जोगदण्डे,पुलिस अधीक्षक आर सी राजगुरु,मुख्य विकास अधिकारी वन्दना,संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरव गहरवाल,उप जिलाधिकारी के एन गोस्वामी,अध्यक्ष नगर पालिका राजेन्द्र रावत,जिलाध्यक्ष भाजपा वीरेंद्र वल्दिया, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री महेन्द्र सिंह लुंठी आदि उपस्थित रहे।