पिरूल घास से डीजल, तारकोल, तारपीन का तेल तथा बिजली की जा रही पैदा, जानिए ख़बर
चमोली/देहरादून | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को प्रकृति ने अपार सौन्दर्य प्रदान किया है। यहाॅ के प्राकृतिक सौन्दर्य की एक झलक पाने के लिए हर वर्ष यहाॅ लाखों पर्यटक आ रहे है। उन्होंने नौजवानों को होमस्टे जैसी योजनाओं को अपनाकर स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य में निरन्तर पर्यटक सुविधाओं को विकसित करने का प्रयास कर रही है। यह बात मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने तहसील घाट में आयोजित बहुउद्देशीय शिविर में जनता को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने थराली उप चुनाव में पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए क्षेत्र की जनता का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्व है तथा घाट क्षेत्र के विकास के लिए भी हर सम्भव प्रयास किये जायेगे। उन्होंने कहा कि आज पिरूल घास से डीजल, तारकोल, तारपीन का तेल तथा बिजली पैदा की जा रही है। गांव के आसपास पिरूल घास जमा कर आसानी से बिजली पैदा की जा सकती है। कहा कि उनकी सरकार पिरूल घास से उत्पादित बिजली खरीदने की पूरी जिम्मेदारी लेती है। उन्होंने काश्तकारों को मटर तथा गुलाब की खेती कर अपनी आजीविका को बढाने के लिए भी प्रेरित किया। कहा कि बाजार में एक किलो गुलाब के तेल की कीमत लगभग 12 लाख है। ऊॅचाई वाले स्थानों में गुलाब की खेती कर किसान अच्छी आजीविका अर्जित कर सकते है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द ने बहुउद्देशीय शिविर में लोगों की समस्याऐं सुनी। शिविर में फरियादियों ने सड़क, शिक्षा, पेयजल, विद्युत, आवास, मुआवजा, आर्थिक सहायता आदि से जुडी लगभग 315 समस्याए मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। बहुउद्देशीय शिविर में जनता द्वारा रखी गई सभी समस्याओं, शिकायतों व सुझावों पर गम्भीरता से विचार करते हुए मुख्यमंत्री ने प्राथमिकता के आधार पर उनका निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं के निराकरण में कोई लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीद सैनिक जगदीश पुरोहित की पत्नी एवं पिता को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने घाट बाजार में गन्दगी की समस्या को देखते हुए बाजार में प्लास्टिक कूडा निस्तारण के लिए आधुनिक मशीन लगाने, घाट-देहरादून परिवहन सेवा शीघ्र शुरू करने, राइका ल्वाणी में 4 अतिरिक्त कक्षा कक्ष, राइका बूरा में 2 अतिरिक्त कक्षा कक्ष निर्माण, नन्दादेवी मंदिर कुरूड में रास्ता सुधारीकरण तथा बैरासकुण्ड मंदिर का सौन्दर्यीकरण करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए सितेल से लेटाला, प्राणमती, शर्मागाॅव, बडगुना (कनोल तोक) तक मोटर मार्ग का नव निर्माण, सलबगड बूरा मोटर मार्ग के किमी0 9 से बूरा-आला-जोखना-सितेल तक मोटर मार्ग का नव निर्माण, बंगाली से रूईसान तक सड़क का नव निर्माण तथा सुतोल-कनोल से वाण तक सड़क का नव निर्माण का शासनादेश जारी कर क्षेत्र की जनता को बडी सौगात दी। उन्होंने लोनिवि को घाट डिग्री काॅलेज तक सड़क निर्माण के लिए भी आंगणन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। बहुउद्देशीय शिविर में घाट क्षेत्र की जनता ने मुख्यमंत्री को 14 सूत्री मांग पत्र भी सौंपा। जिसमें नन्दप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के चैडीकरण एवं डामरीकरण, डिग्री काॅलेज भवन की स्वीकृति एवं निर्माण, पाॅलीटैक्निक की स्वीकृति, तहसील में उप निबन्धक का पद सृजित करने, क्षेत्र के हाईस्कूल एवं इण्टर काॅलेजों में अध्यापकों के रिक्त पदों को भरने, सितेल में हाॅस्पिटल भवन, सरपाणी में एएनएम सेन्टर, बैरासकुण्ड व घूनी में एलौपैथिक चिकित्सालय की स्वीकृति, विभिन्न मोटर मार्ग एवं पेयजल योजना की स्वीकृति आदि शामिल है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने तहसील घाट में विभागों द्वारा लगाये के स्टाॅलों का निरीक्षण भी किया। बहुउद्देशीय शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टाॅलों के माध्यम से क्षेत्रीय जनता को लाभान्वित किया गया। वही चिकित्सा शिविर में लोगों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए दवा वितरित की गयी। उच्च शिक्षा मंत्री डा0 धनसिंह रावत तथा क्षेत्रीय विधायक मुन्नी देवी शाह ने भी थराली विधानसभा चुनाव में जीत दिलाने के लिए क्षेत्र की जनता का अभार प्रकट किया तथा क्षेत्र की हर समस्या व शिकायत का निराकरण करने भरोसा दिलाया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष भाजपा मोहन प्रसाद थपलियाल, ब्लाक प्रमुख घाट कर्ण सिंह नेगी, जिलाधिकारी आशीष जोशी, पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी व भारी संख्या में क्षेत्रीय जनता मौजूद थी।