पुलिस अभियान के तहत संवासिनी का परिजनों से हुआ मिलन
देहरादून। नारी निकेतन में निवास कर रही विभिन्न प्रदेशों की महिलाओं एवं बच्चों को उनके परिजनों से मिलाये जाने के लिए पी. रेणुका देवी पुलिस अधीक्षक राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो द्वारा चलाये जा रहे अभियान के क्रम में आज विगत दो वर्षों से नारी निकेतन देहरादून में रह रही एक संवासिनी को उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया। संवासिनी सुरेशवती पुत्री माम चन्द निवासी ग्राम इन्द्री पोस्ट सोना गुड़गांव हरियाणा को वैधानिक कार्यवाही के पश्चात् उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया। इस सम्बन्ध में पी. रेणुका देवी द्वारा पुलिस अधीक्षक एससीआरबी हरियाणा से पत्राचार कर सुरेशवती के परिजनों का पता लगाया गया। एससीआरबी द्वारा किये गये प्रयासों से दो वर्ष से बिछड़ी हुई पुत्री को उसके पिता से मिलवाया जा सका। संवासिनी के परिजनों ने बताया कि सुरेशवती 20 मार्च 2014 को अपने पिता मामचन्द के साथ हरिद्वार गंगा स्नान के लिये आई थी। वह मानसिक रूप से बीमार थी, गंगा स्नान के पश्चात् संवासिनी के पिता चाय लेने के लिए होटल गये, वापस आने पर मामचन्द द्वारा सुरेशवती को नहीं पाया, तभी से सुरेशवती राजकीय नारी निकेतन देहरादून में वास कर रही थी। इससे पूर्व राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो उत्तराखण्ड द्वारा देहरादून के नारी निकेतन में विगत 12 वर्षों से रह रही तमिलनाडु मूल की संवासिनी एस. हम्सावेनी को भी उसके परिवाजनों के सुपुर्द किया जा चुका है। सुरेशवती के परिजनों द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस का इस सम्बन्ध में हृदय से आभार व्यक्त किया गया। सुरेशवती को उनके परिजनों की सुपुर्दगी में देते समय पी रेणुका देवी पुलिस अधीक्षक एससीआरबी, उ०नि० एकता कोश्यारी, उ०नि० रचना श्रीवास्तव उपस्थित रहे।