पुलिस ने आश्रम की भूमि निर्माण कार्य रुकवाया
रुड़की। टोडा जलालपुर स्थित श्रीकृष्ण प्रणामी कल्याण आश्रम की भूमि पर ईंटे डालकर कब्जे का प्रयास पुलिस ने विफल कर दिया है। सूचना पर पहुंची पुलिस को भूमि का दावा करने वाला भूमि के मालिकाना हक से सम्बन्धित कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सका। पुलिस ने चेतावनी देकर फिलहाल निर्माण कार्य न करने की हिदायत दी है।टोडा जलालपुर में लगभग 75 बीघा भूमि में सैकडा¢ वर्ष पुराना महादेव अखाडा स्थित है जिसे वर्ष 213 में जीर्णोद्वार के लिये श्रीकृष्ण प्रणामी कल्याण आश्रम देवप्रयाग के नाम पर हस्तानान्तिरित कर दिया गया। इससे पूर्व बिना देख रेख के पडी अखंडो की भूमि पर गांव के कुछ लोगो ने सांठगांठ कर कब्जे और लोगो को अवैध रूप से बसाने का कार्य शुरू कर दिया था। जिनके पास भूमि के मालिकाना हक से सम्बन्धित किसी प्रकार का कोई वैध दस्तावेज नहीं है। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि बसाये गये लोगो में अनेक परिवार बंगलादेशी भी हैं। संस्था की ओर से नियुक्त प्रणामी आश्रम के स्वामी सागर सिंधु महाराज ने यहां मंदिर का जीर्णोद्वार के साथ ही गौसेवा प्रकल्प की स्थापना के प्रयास किये जा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार आज फिर कब्जे की नीयत से स्वामी सागर सिंधु राज की गैर मौजूदगी में पेशे से मजदूर, जमशेद नाम के एक व्यक्ति ने आश्रम की भूमि पर अपनी दीवार बनाने के नाम पर ईटें डलवानी शुरू कर दी। जिस पर आश्रम में मौजूद स्वामी निर्मल दास की सूचना पर स्वामी सागर सिंधु महाराज ने आश्रम की जमीन पर कब्जे के प्रयास की सूचना पुलिस क्षेत्राधिकारी कुलदीप असवाल को देकर कार्यवाही की मांग की। क्षेत्राधिकारी के आदेश पर मौके पर पहुंची कोतवाली सिविल लाईंस पुलिस के पुंचने से पूर्व ही जमशेद मौके से जा चुका था और उसको परिजन भी भूमि के मालिकाना हक से सम्बन्धित कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके । पुलिस बिना वैध कागजातों के निर्माण न करने की हिदायत देकर लौट आयी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सैन्य क्षेत्र से सटे गांव टोडा जलालपुर में बिना वैध दस्तावेजों के दर्जनो मकान बन चुके हैं या निर्माणाधीन हैं।