प्लास्टिक कंपनी में मामूली कर्मी अब 130 अंग्रेजी स्कूलों के मालिक, जानिए खबर
मुंबई | रेयान इंटरनेशनल स्कूल आज कल गलत सुर्खियों में तो है लेकिन पढ़ाई के मामले में आज भी इसकी गिनती टॉप 10 स्कूलों में होती है। इस एजुकेशनल ग्रुप की स्थापना आगस्टिन एफ पिन्टो और उनकी पत्नी मैडम ग्रेस पिन्टो ने आज से तकरीबन 30-35 साल पहले की थी। इसके सीईओ आगस्टिन एफ पिन्टो कभी एक छोटी सी प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करते थे और आज अरबों रुपयों के मालिक हैं। आज पूरे देश में रेयान इंटरनेशनल ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशन्स के 130 से ज्यादा स्कूल चलते हैं। इनमें 18 हजार फैकल्टी मेंबर्स काम करते हैं, ये टीचर 2 लाख 70 हजार छात्रों को शिक्षा देते हैं, भारत में इस ग्रुप के 130 से ज्यादा स्कूल हैं, जबकि खाड़ी देशों में भी इस ग्रुप में अपने पांच स्कूल खोल रखे हैं। हर साल 30 हजार बच्चे निकलते हैं। ये संस्थान हर साल अपने स्कूलों की फेहरिस्त में 4 से 5 नये विद्यालय जोड़ता है। इस ग्रुप ने अभी अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, थाइलैंड और मालदीव में एजुकेशन सेक्टर में कई समझौते किये हैं। प्लास्टिक की कंपनी में काम करते थे पिन्टो कर्नाटक के मेंगलोर में पैदा हुआ रेयान ग्रुप के फाउंडर आगस्टिन एफ पिन्टो ने चेन्नई के लोयला कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। वे तकरीबन 40 साल पहले काम की तलाश में मुंबई पहुंचे और यहां के प्लास्टिक कंपनी में छोटी से नौकरी करने लगे। कुछ ही साल में यह कंपनी बंद हो गई और आगस्टिन बेरोजगार हो गए। इसके एक दोस्त की सिफारिश पर उन्हें मुंबई के मलाड में टीचर की एक नौकरी मिली।