बादलो की गरज के साथ सरकार के खिलाफ गरजे ग्राम प्रधान
देहरादून। प्रदेश प्रधान संगठन ने अपनी मांगों को लेकर बारिश के बीच में प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि एक अक्टूबर से आमरण अनशन शुरू किया जायेगा। ग्रामप्रधान परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गिरवीर परमार के नेतृत्व में इकट्ठा हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री अरविन्द पांडे ने 30 सितम्बर तक का समय दिया है, इस बीच मांगों का निस्तारण नहीं हो पाया तो आंदोलन को तेज किया जायेगा। उनका कहना है कि 14वें वित्त की धनराशि में की गई कटौती को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए और उत्तराखंड में पंचायतीराज एक्ट 2016 को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाये और 73वें एवं 74वें संविधान संशोधन के तहत 29 विभाग पंचायतों के अंतर्गत करने की पुरानी व्यवस्था को यथावत रखा जाये। ग्राम प्रधानों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाना चािहए ओर नगर पालिकाओं व नगर निगमों में पंचायतों को शामिल करने का पुरजोर तरीके से विरोध किया जायेगा। पूरे प्रदेश भर में ग्राम पंचायत, नगर निगमों में सौंपें जाने के निर्णय के खिलाफ भी जनांदोलन किया जायेगा। जोशीमठ प्रधान संगठन जोशीमठ की चार पंचायत भेरग, बडा गांव, सेलंग, पैनी गांव को नगर पालिका जोशीमठ में शामिल करने का व्यापक स्तर पर विरोध कर रहा है। प्रदेश भर में सरकार के निर्णय का विरोध हो रहा है और जब तक सरकार अपने निर्णयों को वापस नहीं लेती है तब तक प्रदेश भर में आंदोलन चलते रहेंगें। इस अवसर पर नैनीताल के जिलाध्यक्ष कुंदन सिंह बोहरा ने कहा कि अगर सरकार नहीं चेती तो आंदोलन को उग्र किया जायेगा। धरने में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गिरवर परमार, प्रदेश महामंत्री रितेश जोशी, कुंदन सिंह बोहरा, प्रवीन चैहान, राजीव चैधरी, मुस्कान, निर्भय सिंह, प्रवीन रमोला, वासुदेव भट्ट, महावीर पंवार, धनराज बंगारी, नरेन्द्र रावत, नारायण सिंह, सतीश जोशी, माधो सिंह चमोली, रोशनी चमोली, सीमा देवी, प्रदीप भटट, राजकुमार त्यागी सहित प्रदेश भर से आये हुए ग्राम प्रधान शामिल हुए।