ब्लड प्रेशर को कम करने में अखरोट है मददगार
देहरादून | नये पेन स्टेट अध्ययन के अनुसार, यदि निम्न सैचुरेटेड वसा वाले भोजन के साथ वॉलनट या अखरोट लिया जाये तो इससे उन लोगों के ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है, जिन्हें कार्डिवेस्कुलर डिजीज का खतरा रहता है। असिलसिलेवार रूप से नियंत्रित अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने प्रतियोगियों के भोजन में कुछ सैचुरेटेड वसा हटाकर उसकी जगह अखरोट को शामिल करने के प्रभाव का परीक्षण किया। उन्घ्होंने पाया कि जब प्रतियोगियों ने रोजाना कम मात्रा वाले सैचुरेटेड वसा के साथ अखरोट खाया तो उनका सेंट्रल ब्घ्लड प्रेशर निम्घ्न था। शोधकर्ताओं के अनुसार, सेंट्रल प्रेशर वह प्रेशर होता है जोकि ह्दय जैसे अंगों पर जोर डालता है। यह ब्लड प्रेशर को मापता है, जैसे हाथ में पारंपरिक तरीके से ब्घ्लड प्रेशर को नापा जाता है। इससे व्घ्यक्ति को कार्डियोवेस्कुलर डिजीज (सीवीडी) होने के खतरे के बारे में जानकारी मिलती है। पेन स्टेट में न्यूट्रिशन के प्रतिष्ठित प्रोफेसर पेनी क्रिस-एथरटन ने कहा कि अखरोट की वजह से प्रतिसादियों का सेंट्रल प्रेशर कम होने से, उनमें सीवीडी होने का खतरा भी कम हो सकता है। क्रिस-एथरटन ने कहा, ‘’जब प्रतिसादियों ने पूरा अखरोट खाया तो उन्हें इसी तरह के फैटी एसिड प्रोफाइल से युक्त भोजन लेने की तुलना में ज्घ्यादा लाभ मिला, क्घ्योंकि अखरोट खुद में एक नट है।‘’इसलिये, ऐसा जान पड़ता है कि अखरोट में कुछ अतिरिक्त है जोकि फायदेमंद है, यह शायद उनका बायोएक्टिव कम्पाउंड हो सकता है, उनमें मौजूद फाइबर या फिर कुछ और हो सकता है- जोकि आपको सिर्फ फैटी एसिड से नहीं मिल सकता है।‘’ डॉ. क्रिस एथरटन के लैब की नई स्टूडेंट और न्यूट्रिशिन में हाल ही में पीएचडी करने वाली एलिसा टिंडल ने कहा कि यह अपने तरह का पहला अध्ययन है जिसमें इस बात का पता लगाने की कोशिश की गयी है कि अखरोट का कौन-सा हिस्सा दिल की सेहत के लिये लाभकारी होता है।