भा रहा है केजरीवाल का चुनावी फंड का फंडा
देश में जब चुनाव होता है देश की राजनीती पार्टी चुनाव लड़ने के लिए फंड के तलाश में निकल लेती है . राजनीती पार्टियो द्वारा धन की उगाई कैसे करते है ये जनता से नहीं छुपा हुआ है .फंड के लिए पार्टिया बड़े बड़े उद्योगपतियो का सहारा लेती है . दान के माध्यम से राजनीती पार्टिया इसको चुनाव में लगाती है . इन फंड का उपयोग चुनाव में किस कदर पार्टियो द्वारा किया जाता है ये जगजाहिर है . यही से शुरु होता है भ्र्स्टाचार की की पहली सीढ़ी जो एक हाथ से लेना और दूसरे हाथ से देना सरीखी प्रणाली के माध्यम द्वारा . कड़ी से कड़ी जुड़ती जाती है और जनता जनप्रतिनिधियो से दूर होती जाती है लेकिन इस कड़ी दर कड़ी को समाप्त करने की शुरुआत आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने कर दिया है . केजरीवाल का चुनावी फंड जुटाने के तरीके को आम जनता के साथ साथ अन्य पार्टियो को भी पसंद आ रहा है . केजरीवाल लंच और डिनर के माध्यम से चुनावी फंड तो एकत्रित कर ही रहे अब ओ सेल्फी के द्वारा भी फंड जुटाने की ओर कदम बढ़ा दिए है .