भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हैं बाल कलाकार : सुरेन्द्र कुमार
देहरादून। मुख्यमंत्री हरीश रावत के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेताओं की बाल कलााकर के रुप में भूमिका की सराहना करते हुए उन्हें 1509 करोड़ पर केन्द्रीय नीति आयोग द्वारा जारी आकड़ों को अंग्रेजी में हाथ तंग होने पर नसमझ होने का आरोप लगाया है। उन्होंने नीति आयोग द्वारा गत 3 सितम्बर को जारी पत्र के कालम 5 का उल्लेख करते हुए बताया कि इस कालम में एनडीआरएफ को 2013-14 में 1207.87 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत बताया व 2014-15 व 15-16 में इस मद मे शून्य राशि दिखाई गयी है। सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि पत्र की तिथि 3 सितम्बर 2015 है जबकि पत्र में 30 सितम्बर में कई धनराशियों को अलग-अलग तिथियों में जारी करना दिखाया गया है, इससे सपष्ट है कि नीति आयोग के पत्र आपस में ही विरोधाभाषी हैं, जब धनराशि जारी करने की संस्तुति 3 सितम्बर 2015 के पत्र में की गई है कि इन धनराशियां राज्य को आपदा के मद में स्वीकृत पैकेज को किस्तों में 3 वर्षो में 3 किस्तें में मिलना था। उन्होंने भाजपा नेताओं को अंग्रेजी का ज्ञान बढ़ाने की मांग की। चेतना रैली पर सवाल पूछने वालों से एक साथ कई सवाल पूछ डाले। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को खुद के अन्दर चेतना जागृत करनी चाहिए, उनके रूद्रपुर एजेण्डा जिसमें की हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहते भाजपा की वापसी असंम्भव है राज्य की जनता अच्छी तरह समझ चुकी है व जनता जानती है कि खेत, खलियान, गांव, गरीब, मण्डवा, झंगोरा को आगे बढ़ाने वाला मुख्यमंत्री भाजपा को पच नहीं रहा है, इसलिए झूठ बोलने के ट्रेनिंग कैम्प लगाकर भाजपा दुष्प्रचार कर रही है। उन्होंने कहा कि अपने पाप छुपाने के लिए भाजपा यह सब नाटक कर रही है, उन्होंने भाजपा से अपनी चेतना का उपयोग कर प्रधानमंत्री मोदी से अर्धकुम्भ के लिए धन लाने के लिए करना चाहिए, क्या उनको नहीं मालूम आई.ड़ी.पी.एल. त्रषिकेश व एच.एम.टी. हल्द्वानी बन्द पड़े हैं उनमें काम करने वाले हजारों श्रमिक अपनी आजीविका के संकट से गुजर रहे हंै। भाजपा की चेतना क्यों गायब हो गयी है जब मलेशिया, यूगांडा, व अब घाना में अभी फंसे हुए कीर्तिनगर जनपद टिहरी के रजनीश बड़थ्वाल व घनसाली तहसील टिहरी के विजय रावत के जापान में फंसे होने के बावजूद भाजपा के प्रदेश शीर्ष नेतृत्व जिसमें अजय भटट् तो नेता प्रतिपक्ष व प्रदेश अध्यक्ष भी हैं उनकी चेतना एक पत्र भी लिखने की नहीं जाग पाई है।