भारतीय किसान मजदूर उत्थान ने दी आंदोलन की चेतावनी, जानिए क्यों
हरिद्वार। जमालपुर रूद्र विहार कॉलोनी स्थित रेलवे पटरी किनारे मजार के आसपास खड़े सागौन के हरे भरे पेड़ों पर आरिया चलाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस कड़ी में भारतीय किसान मजदूर उत्थान के प्रदेश सह प्रभारी राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि होली से पूर्व रूद्र विहार कॉलोनी स्थित रेलवे पटरी के किनारे मजार के आसपास सागौन के 8 से 10 हरे भरे पेड़ों को अवैध रूप से वन तस्करों ने काट डाला था। इसकी शिकायत मिलने के बाद कटे पेड़ों को अपने कब्जे में ले लिया था। लेकिन मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। आखिर पेड़ों पर आरियां किन वन तस्करों ने चलाई इस मामले की जांच क्यों नहीं कर रहे हैं। क्षेत्र के वन दरोगा कार्रवाई करने से क्यों पीछे हट रहे हैं। भारतीय किसान मजदूर उत्थान ने पेड़ काटने के मामले की जांच करते हुए कार्रवाई करने की मांग उठाते हुए वन विभाग के अधिकारियों पर भी सवाल खड़ा किया हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे पटरी मजार के आसपास सागौन के बड़े पेड़ों को वन तस्करों ने काट दिया, इस मामले में वन विभाग के क्षेत्र के अधिकारी की मिलीभगत की बू आ रही है। राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि हरिद्वार रेंज के रेंजर व डीएफओ से इस मामले की गहनता से जांच कराएं और सागौन के हरे भरे पेड़ों को काटने वालों वन तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि विभाग ने वन तस्करों के खिलाफ सख्त कार्यवाही व गिरफ्तारी नहीं करेगा तो किसान मजदूर उत्थान आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।