भीख मांगते मिली थी मेजर की बेटी, जानिए खबर
एक मेजर की बेटी अंजना माता पिता के मौत के सदमे में सालों तक खुद को घर में ही कैद रखने के बाद सड़कों पर भीख मांगते मिली थी। आर्मी ने उसे अपने यहां कैंटीन में नौकरी भी दे दी है। अंजना के भाई अरुण का इलाज अभी चल रहा है। अंजना और उसका इलाज करने वाले लखनऊ के निर्वाण हॉस्पिटल के डॉ. सुरेश धपोला से बात चीत पर बताया की 22 साल की उम्र में उठ गया था परिवार का साया अंजना के मुताबिक लखनऊ के इंदिरा नगर में उनका अपना घर है। साल 2004 में रोड एक्सीडेंट में अंजना के माता-पिता की मौत हो गई थी। तब अंजना की उम्र 22 साल थी। अंजना के पिता बिपिन चंद्र भट्ट कुमाऊं रेजिमेंट में मेजर थे। अंजना तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर की है। माता पिता के मौत से लगे सदमे में कुछ दिन बाद उसकी बड़ी बहन की भी डैथ हो गई। अंजना ने लखनऊ यूनिवर्सिटी में एमए फर्स्ट ईयर में एडमिशन लिया था, लेकिन माता पिता के मौत के बाद पढ़ाई छूट गई।