मंत्रियों व विधायकों को 15 दिन देने होंगे बूथ पर
देहरादून। कांग्रेस जहां अपनी अभूतपूर्व हार के बाद से अभी तक किंकर्तव्यविमूढ़ नजर आ रही है, वही भारतीय जनता पार्टी ने अगले लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। आज भाजपा प्रदेश कार्यालय पर पार्टी के राष्ट्रीय सह महामंत्री शिव प्रकाश ने राज्य के मंत्रियो तथा विधायकों की अलग-अलग बैठकें लेकर बताया कि प्रचलित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा कर रखी है। इसमें पार्टी को समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति के संपूर्ण कल्याण के उपाय करने हैं। पार्टी को मजबूत करने को भी इस साल पूरे देश में संगठन विस्तार को तीन लाख कार्यकर्ता एक साल से लेकर छह माह या 15 दिन के लिये अल्प काल के विस्तारक के रूप में काम करने को निकलेंगे, जिन्हें इससे पहले आवश्यक प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके अलावा छह अप्रैल को भाजपा स्थापना दिवस से लेकर 14 अप्रैल डा. भीमराव अंबेडकर जयंती तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर हर विधायक व मंत्री तक 15 दिन किसी राज्य के किसी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा संगठन की दृष्टि से किसी कमजोर बूथ पर समय देंगें। पार्टी महासचिव नरेश बंसल ने कहा कि चुनाव मंे अंतिम लड़ाई तो बूथ पर ही होती है। पार्टी कमजोर बूथों की ओर से आंखें फेरने की स्थिति में नही है और चुनाव केवल 15-20 दिन का खेल नहीं बल्कि सालों की मेहनत मांगता है। एक सवाल के जवाब में उन्होने बताया कि भाजपा की जीत का यही मंत्र भी है कि वह किसी भी स्थिति को हल्के में नहीं लेती और पार्टी के पास इस बात का भी पूरा रिकार्ड है कि अब तक हुए चुनावोें में पार्टी को किस बूथ पर कितने मत मिले हैं। यह भी किस बूथ पर पार्टी को और मेहनत करने की जरूरत है। बैठक की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने की।