मसूरी के रख रखाव का आभाव : गोपाल भ्राद्वाज
मसूरी। मशहूर इतिहासाकर गोपाल भ्राद्वाज के सरकारों और जनप्रतिनिधियों कि उनके पास रखे सैकडों साल पूराने इतिहास कि अनदेखी करने पर अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि उनके पास मसूरी, अग्रेज शाासन और देश कि महानविभुतिया का इतिहास उनके पास है। जो अब रखरखाव के अभाव में खराब हो रहा है। उन्होने बताया कि उनके द्वारा उत्तराखंड सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, केन्द्र सरकार को पत्र लिख कर मसूरी में उनके पास रखे इतिहास का संग्राहलय स्थापित करने कि मांग की गई है। परन्तु उनको मात्र आश्वासन ही मिला। आज तक धरातल पर कुछ भी नही किया गया है। उन्होने बताया कि उनके द्वारा प्रद्रेश के गवर्नर, मुख्यमंत्री, मंत्रियों से कई बार उनके पास रखे इतिहास को सग्रक्षित करने के लिये गुहार लगाई गई है परन्तु दुर्भाग्यपूर्ण वश आज तक कुछ भी नही हो पाया है। क्योकि अब उनकी उम्र हो गई है और ना ही अब उनके पास रखे महत्वपूर्ण इतिहास और समार्गी के रखरखाच के लिये पेसा है। उन्होने प्रदेश सरकार से मांग कि कि जब तक उनके पास रखे इतिहास और समाग्री रखने के लिये संग्रालय का निर्माण नही किया जाता तब तक सरकार अपने संसाथनो से उनके पास रखे इतिहास और महत्वपूर्ण समाग्री का रखरखाव करें। उन्होने सरकार से मांग कि की उनके पास रखे महत्वपूर्ण दस्तावेज, इतिहास ओर समाग्री को मसूरी के पर्यटन कार्यलाय में प्रर्दशित कर जिससे मसूरी आने वाले देश विदेश के पर्यटक , स्कूली बच्चो , स्थानिय लोग और युवा पीडी मसूरी और मसूरी से जुटी कई महत्वपूर्ण इतिहास के बारे में जान सके। मसूरी का देश में ही नही विदेशो में प्रचार प्रसार कर सके। उन्होने प्रदेश और केन्द्र सरकार से उनके पास रखे इतिहास को लेकर मसूरी में संग्रालय स्थापित करने कि अतिशिघ्र मांग कि है।