महिला कांग्रेस का २७ जनवरी को केन्द्र के खिलाफ धरना-प्रदर्शन
देहरादून। केन्द्र सरकार द्वारा लगातार की जा रही उत्तराखंड की उपेक्षा, महंगाई, केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बैठे विवादास्पद मंत्री सहित विभिन्न मुद्दो को लेकर महिला कांग्रेस के नेतृत्व में सभी अनुसांगिक संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा आगामी 27 जनवरी से 27 फरवरी तक केन्द्र सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। यह जानकारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाčयाय ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उनका कहना है कि केन्द्र सरकार राज्य के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उनका कहना था कि यूपीए दो के समय राज्य को केन्द्रीय योजनाओं में धनराशि प्रदान की गई और वर्तमान मोदी सरकार लगातार राज्य की उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय परिसर में दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदखुशी की घटना को लेकर कांग्रेस आहत है और इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ ठोस कार्यवाही किये जाने जरूरत है जिससे पीडि़त परिवार को न्याय मिल सके। उपाध्याय ने कहा कि मोदी के मंत्रीमण्डल में एक दुराचारी मंत्री आज भी आसीन है, लेकिन उनके खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उनका कहना था कि यदि प्रधानमंत्री महिलाओं का सम्मान करते हैं तो ऐसे मंत्री को कैबिनेट में रखने का कोई औचित्य ही नहीं है। उनको कैबिनेट से बाहर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री महिलाओं के अधिकार और उनकी सुरक्षा का दावा करते हैं लेकिन अपनी पत्नी को ही आज तक न्याय नहीं दे सके। उनकी पत्नी जशोदा बेन को न्याय दिलाने के लिए महिला कांग्रेस संघर्ष करेगी। उन्होंने कहा कि उक्त तमाम मुद्दो को लेकर महिला कांग्रेस संगठन के अनुसांगिक संगठनो के साथ 27 जनवरी से 27 फरवरी से जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन करेगा। यह कार्यŘम एक दिन छोड़कर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 24 जनवरी को हरिद्वार में प्रदेश पदाधिकारियों की मासिक बैठक का आयोजन किया जायेगा। पत्रकार वार्ता में महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य के अलावा मथुरा दत्त जोशी, राजेन्द्र शाह, शंकर चंद रमोला, मीना रावत, सावित्री थापा, कुसुम गुप्ता आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।