‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’’ योजना का शुभारम्भ
‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’’ योजना से लाभान्वित बुजुर्गों को वर्ष 2017 के बाद फिर से चारधाम व अन्य तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। बीजापुर हाउस में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ‘‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’’ के तहत तीन बसों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य बुजुर्गों का सम्मान व राज्य के भीतर अंतर्जनपदीय पर्यटन को बढ़ावा देना है।बीजापुर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यात्रा पर जा रहे बुजुर्गों को माला पहनाकर सम्मानित किया। एक बस में 30 बुजुर्ग गंगोत्री धाम के लिए जबकि दो बसों में 64 बुजुर्ग बदरीनाथ धाम के लिए रवाना किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत अरमान से यह योजना प्रारम्भ की गई है। इस वर्ष 20 से 25 हजार बुजुर्गों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। धीरे-धीरे इस योजना को और अधिक विकसित किया जाएगा। वर्ष 2017 से नए लोगों के साथ ही इस योजना के तहत यात्रा कर चुके बुजुर्गों को फिर से यात्रा कराई जाएगी। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड के लोग दूसरे राज्यों के लोगों की तुलना में राज्य के भीतर बहुत कम घूमने के लिए जाते हैं। हम चाहते हैं कि राज्य के एक जिले के लोग दूसरे जिलों में घूमने जाएं। इससे एक-दूसरे के बारे में परिचित होने का अवसर मिलेगा, क्षेत्रीय व सांस्कृतिक समन्वय बढ़ेगा और राज्य की अर्थव्यस्था भी गतिशील होगी। अपने राज्य के भीतर भ्रमण करना लोगों की आदत बन जाए। यह योजना वर्षभर चलेगी और इसमें पीरान कलियर, नानकमŸाा, जागेश्वर, मदमहेश्वर, छोटा कैलाश आदि अन्य तीर्थस्थलों को भी शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड उतना ही सुरक्षित है जितना कि कोई अन्य प्रदेश। इस वर्ष बड़ी संख्या में देश विदेश के श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए हैं। उनके द्वारा राज्य सरकार के प्रयासों को सराहा गया है। यात्रा पर जा रहे बुजुर्गों का उत्साह देखते ही बनता था। उनका कहना था इस तरह की योजना के तहत अपनी ही उम्र के लोगों का साथ मिल रहा है। परिवार के लोगों के साथ जाने की बजाय इसमें अधिक आनंद आ रहा है। बच्चों के पास इतना समय भी नहीं होता है कि हमें तीर्थ करवाने ले जा सकें। मुख्यमंत्री हरीश रावत व राज्य सरकार ने हमें बहुत सम्मान दिया है। यात्रा पर जा रहे श्री गीता प्रसाद नैलवाल का कहना था ‘‘सरकार ने बुजुर्गों का सम्मान किया है। उम्मीद है कि इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। मुख्यमंत्री हरीश रावत की इस पहल की प्रशंसा की जानी चाहिए।’’ 75 वर्षीय बुजुर्ग श्री एचआरएस शर्मा ने कहा ‘‘सरकार ने बहुत बढि़या व्यवस्था की है। बच्चों से भी उतना आदर नहीं मिलता है जितना सरकार कर रही है। किसी भी अन्य राज्य ने अपने बुजुर्गों के लिए इस प्रकार दिल नहीं खोला है।’’इस अवसर पर पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, उपाध्यक्ष जीएमवीएन विशाल डोभाल, सचिव पर्यटन डा.उमाकांत पंवार, अपर सचिव आशीष जोशी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।