मैड और एनसीसी की टीम ने रिस्पना को किया साफ़
देहरादून | देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन, मेकिंग ए डिफ्फेरेंस बाय बीइंग द डिफ्फेरेंस (मैड) ने रविवार को दीपनगर के पास रिस्पना नदी पर एक बड़े पैमाने पर सफाई एवं जागरूकता प्रोग्राम चलाया। यह प्रोग्राम मैड के रिस्पना पुनर्जीवन की तरफ सरकारी कार्यवाही और जनता का ध्यान आकर्षित करने के अभियान के अंतर्गत चलाया गया। कुछ दिन पहले ही, मैड ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से राज्य सरकार को जुलाई में हुए वृक्षारोपण के बाद रिस्पना पुनर्जीवन पर कुछ भी न करने पर धिक्कारा था। रविवार को करीब डेढ़ सौ स्वयंसेवी रिस्पना पुल पर एकत्र हुए। ग्राफ़िक एरा, एसजीआरआर , डीएवी ,डीबीएस से एनसीसी के छात्रों ने भी इस अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। रिस्पना पुनर्जीवन अभियान में युवाओं का साथ देने लॉयन्स क्लब और आगाज़ फाउंडेशन के सदस्य, शेर-ए-भगत सिंह संसथान और सरकारी बालिका इंटर कॉलेज की छात्राएं भी इस सफाई अभियान में मौजूद थे। स्वयंसेवियों ने सीधा नदी में प्रवेश किया और प्रदूषण और कूड़े की बदबू में भी तीन घंटे तक लगातार नदी की सफाई में जुटे रहे। छात्रों ने पाया कि सिविक अधिकारियों और राज्य सरकार को मैड की व्यापक रिपोर्टों के बावजूद आसपास के क्षेत्रों से निकलने वाली नालियां अभी भी नदी को प्रदूषित कर रही हैं। मैड आगे भी रिस्पना पुनर्जीवन के लिए उचित सरकारी कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए ऐसे अभियान चलाता रहेगा। अभियान में उत्कर्ष, आर्ची, गायत्री, मंज़र, शार्दुल राणा, अभिमन्यू, खुशाली, प्रिंस, राजेश, चेतना, रचना, शरद, आदि ने हिसा लिया।