मोदी सरकार के सालगिरह पर 2000 करोड़ रूपये के खर्च : कांग्रेस
मुख्यमंत्री के प्रवक्ता/मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के बेचैन मित्र केन्द्र की मोदी सरकार को 2000 करोड़ रूपये के विज्ञापनों पर ये नेक सलाह उनको भी दी जानी चाहिए। श्री कुमार ने कहा कि जब भाजपा की केन्द्र सरकार अपनी सालगिरह मनाने के लिए हजारो करोड़ रूपये विज्ञापन पर खर्च करती है, तब भाजपा के ये बेचैन दोस्त कहा रह जाते है। भाजपा शासित प्रदेशों का उल्लेख करते हुए कुमार ने कहा कि जब महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान जैसे बडे प्रदेशों के मुख्यमंत्री अपनी तसवीर के साथ अपना महिमामण्डित करते है, तब ये बेचैन दोस्त चुप क्यों रह जाते है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा हाल में जनता के नाम जारी संदेश को शत्प्रतिशत विधि सम्मत बताते हुए श्री कुमार ने कहा है कि उत्तराखण्ड सरकार ने अपने अधिकारों के तहत ही नीति कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार होता है। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री का महत्व स्वीकार करते हुए सरकारी प्रचार-प्रसार में मुख्यमंत्री की तस्वीर लगाने की इजाजत दी है। कुमार ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपने राज्य की जनता तक अपनी बात, अपनी योजनाएं, अपना विजन पहुंचाने का संवैधानिक हक है, जिसे कुछ बेचैन लोगों की चीखपुकार समाप्त नही कर सकती। कुमार ने कहा कि जब इतने बडे-बडे राज्यों के विज्ञापन अभियान से भाजपा को कष्ट नही हुआ तो एक छोटे से राज्य के मुख्यमंत्री के संदेश से उनकी नींद क्यों उड़ गई। उन्होंने कटाक्ष किया कि यह केवल उस बौखलाहट का नतीजा है जो सैकडो करोड़ खर्च करने के बाद भी उत्तराखण्ड की रावत सरकार को गिराने में हुई नाकामयाबी से जन्मी है। उचित होगा कि भाजपा के बेचैन दोस्त कुछ सकारात्मक नजरिये के साथ प्रदेश हित में आगे आए।