यूएन ने दिया प्रियंका को निजी विचार जाहिर करने का अधिकार
भारत ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटा दिया है और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया है। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक हेनरीटा एच फोरे को पत्र लिखकर कहा था कि प्रियंका कश्मीर पर भारत सरकार की नीतियों का समर्थन करती हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि प्रियंका चोपड़ा भारत और पाकिस्तान के बीच ‘परमाणु युद्ध’ के समर्थन में हैं। मजारी ने यूनिसेफ को भारत सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर में की गई कार्रवाई पर प्रियंका के कट्टर राष्ट्रवाद और समर्थन का हवाला दिया था। इसके बाद बॉलिवुड के कई स्टार्स प्रियंका के सपोर्ट में उतर आए। अब प्रियंका को लेकर पाकिस्तान की शिकायत पर यूएन का जवाब आ गया है। यूएन स्पोक्सपर्सन का कहना है कि प्रियंका चोपड़ा अपने विषय में अपनी व्यक्तिगत क्षमता पर बोलने का अधिकार रखती हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक, ‘जब यूनिसेफ गुडविल ऐंबैसडर्स अपनी व्यक्तिगत क्षमता में बोलते हैं, तब उनके पास उन मुद्दों पर बोलने का अधिकार होता है, जिनमें उन्हें दिलचस्पी है या चिंता करते हैं। गुरुवार को अपनी डेली ब्रीफिंग के दौरान स्टीफन ने यह बात प्रियंका चोपड़ा के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा।स्टीफन ने कहा कि गुडविल ऐंबैसडर्स के व्यक्तिगत विचार या काम यूनिसेफ के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। उन्होंने कहा, ‘गुडविल ऐंबैसडर्स यूनिसेफ की ओर से बोलते हैं, तब हम उनसे यूनिसेफ के साक्ष्य आधारित निष्पक्ष पक्ष को रखने की अपेक्षा करते हैं।’