रक्षाबन्धन : महिलाओं ने मुख्यमंत्री की कलाई में रक्षा सूत्र बांधा
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हाॅल में प्रदेश की बहनों के साथ रक्षाबन्धन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं ने मुख्यमंत्री की कलाई में रक्षा सूत्र बांधा। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को रक्षाबन्धन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रक्षाबन्धन भारत का पवित्र त्यौहार है। यह पवित्रता एवं संकल्प का त्यौहार है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि समय एवं देशकाल परिस्थिति के अनुसार महिलाओं द्वारा रक्षा सूत्र बांधे गये हैं। भाई-बहनों के इस रक्षा सूत्र के त्यौहार के अलावा प्राचीन समय में भी जब राजा युद्ध के लिए जाते थे तो उनकी रक्षा के लिए उनकी पत्नियों द्वारा रक्षा सूत्र बांधा जाता था। आज भी जब हमारे सैनिक देश की रक्षा के लिए सीमाओं पर जाते हैं तब भी उनके कष्ट निवारण के लिए बेटियों द्वारा रक्षा सूत्र बांधा जाता है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि रक्षाबन्धन भावनात्मक रूप से जुडा हुआ पर्व है। इस त्यौहार से आपसी संबंध भी मजबूत होते है। मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि एवं स्वस्थ दीर्घायु की कामना ईश्वर से की है। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने बालावाला स्थित एक स्थानीय वैडिंग में आयोजित रक्षाबंधन समारोह में प्रतिभाग किया। यहां भी भारी संख्या में स्थानीय महिलाओं ने मुख्यमंत्री की कलाई में रक्षा सूत्र बांधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे त्यौहारों में संस्कार होता है तथा वे हमारे रिश्तों को भी मजबूत बनाते हैं।
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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को दी रक्षाबंधन की बधाई
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन की बधाई दी है। रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व विशेष रूप से भाई-बहन के आपसी प्रेम व सहयोग का पर्व है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पर बहिनें अपने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके सुख, समृद्धि व दीर्घायु की कामना करती है। रक्षा बन्धन का पर्व महिलाओं के सम्मान से जुड़ा पर्व भी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी समृद्ध, सांस्कृतिक परम्पराओं से जुडे इस पर्व का एतिहासिक महत्व भी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुविधा के लिये रक्षाबंधन के अवसर पर उन्हें उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा करने की भी सुविधा प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति हमारा प्रयास निरन्तर जारी है। महिलाओं को सशक्त किए बिना हम एक समृद्ध उत्तराखण्ड की कल्पना पूरी नहीं कर सकते।