राजभवन में मानद उपाधि आयोजन पर विवाद
देहरादून|पदमविभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद को उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय की मानद उपाधि से सम्मानित किये जाने का कार्यक्रम राजभवन में किये जाने को लेकर विवाद हो गया है। प्रदेश कांग्रेस ने कार्यक्रम के आयोजन पर कड़ा एतराज जताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पाल और मुख्यमंत्री हरीश रावत को इस संबंध में बाकायदा पत्र लिखकर इस आयोजन से जुड़े विवि के लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय ने प्रसिद्ध संत सत्यमित्रानंद को ‘विद्यावारिधि’ की मानद उपाधि से सम्मानित करने का कार्यक्रम राजभवन में आयोजित किया था। विवि के कुलाधिपति डॉ. कृष्ण कांत पाल ने स्वामी सत्यामित्रानंद को मानद उपाधि से इधर विभूषित किया, उधर सत्ताधारी दल ने इस आयोजन के स्थल को लेकर सवाल उठा दिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि एक व्यक्ति को मानद उपाधि देने के लिये राज्य भवन का उपयोग करना गलत है। ऐसा करके राजभवन की गरिमा गिराने का प्रयास हुआ है। राजभवन इस तरह के आयोजन के लिये नहीं होता है। उन्होंने कहा कि बेहतर होता यदि ये आयोजन विश्वविद्यालय में होता। उन्होंने इस निर्णय के लिये विवि के कर्ताधर्ताओं को जिम्मेदार माना। किशोर के मुताबिक, ‘राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी भावना से अवगत करा दिया है। ये सही परंपरा नहीं है। ’ किशोर ने कहा संस्कृत विश्वविद्यालय को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया है, जो उचित नहीं है। उन्होंने पत्र में विवि के उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, जिन्होंने राजभवन में ये आयोजन करने की सलाह दी।