राज्य की आर्थिक खुशहाली के दरवाजे खोलेगी उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट
देहरादून। डेस्टिनेशन उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट राज्य की आर्थिक खुशहाली के दरवाजे तो खोलेगी ही, इसमें संपूर्ण उत्तराखंड की संस्कृति की झलक से रूबरू होने का मौका भी देश-विदेश के मेहमानों को मिलेगा। समिट के उद्घाटन पर प्रस्तुत होने वाले मांगल गीत में जहां गढ़वाल, कुमाऊं और जौनसार के आंचलिक लोकजीवन की छवि दिखेगी, वहीं भोजन में झंगोरे की खीर, कुमाऊंनी रायता, चैंसू, फाणा, अर्सा जैसे पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद भी अतिथि लेंगे। यही नहीं, अतिथियों को प्रदान किए जाने वाले स्मृति चिह्न विशुद्ध रूप से उत्तराखंड के हस्तशिल्प और हैंडलूम पर केंद्रित होंगे। अतिथि सत्कार उत्तराखंड की परंपरा है और इन्वेस्टर्स समिट में यह नुमायां भी होगी। सरकारी मशीनरी इसकी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना है तो इसमें देश-विदेश के नामी उद्योगपति भी शिरकत कर रहे हैं। उत्तराखंड के पर्यटन, क्राफ्ट समेत अन्य विषयों पर केंद्रित पुस्तकें अतिथियों को भेंट की जाएंगी। समिट में पारंपरिक पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद अतिथि लेंगे। इसमें चैंसू (उड़द के चूरे से बनी दाल) फाणा (कुलथ को पीसकर बनाया गया व्यंजन), पहाड़ी आलू के गुटके, कुमाऊंनी रायता, अर्सा, तिल की चटनी जैसे व्यंजन मुख्य हैं।