राज्यपाल ने सड़क दुर्घटनाओं पर जतायी चिन्ता
देहरादून। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राजभवन में फ़्लो उत्तराखण्ड चैप्टर की वर्षगाँठ पर आयोजित कार्यक्रम में वुमन रैली का झण्डा दिखा कर रवाना किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इस कार रैली का उद्देश्य सड़क सुरक्षा है, जिसकी आज बहुत ही अधिक आवश्यकता है। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते परिवहन और अन्य सम्बन्धित विभागों को दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों में विशेष व्यवस्थाएं करने की बात कही। राज्यपाल ने कहा कि सरकारें पाॅलिसी बना सकती हैं, रोड इंजीनियरिंग पर अधिक ध्यान दे सकती हैं परन्तु सड़कों पर सुरक्षित चलने के लिए चालकों को ही ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों के कोई सदस्य सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं, उन परिवारों के दुख को शब्दों में बयाँ नहीं किया जा सकता। सड़क दुर्घटनाएं न हों, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि यातायात सम्बन्धी नियमों की जानकारी देने के साथ ही, फ़्लो उत्तराखण्ड द्वारा दौड़-भाग भरी जिन्दगी से तनाव को कम करने के लिए योग व ध्यान का प्रशिक्षण भी दिया जाना चाहिए। राज्यपाल मौर्य ने फ़्लो उत्तराखण्ड चैप्टर द्वारा सड़क सुरक्षा सम्बन्धी नियमों के लिए जागरूकता के लिए आयोजित कार रैली को सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि महिलाएं मात्र कार चालक ही नहीं होती बल्कि वह समाज और अपने परिवार के लिए भी चालक का कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र को महिलाओं की आवश्यकता है। महिलाएं जो भी कार्य करें, मन लगा कर करें। राज्यपाल ने फ़्लो उत्तराखण्ड चैप्टर से अपनी संस्कृति और राजभाषा के लिए कार्य करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति और भाषा पर ध्यान देना होगा।इस अवसर पर परिवहन मंत्री उत्तराखण्ड यशपाल आर्य ने कहा कि सड़क सुरक्षा आज एक बहुत बड़ा मुद्दा है। राज्य सरकार भी सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए कार्य कर रही है। सड़क सुरक्षा को लेकर जन जागरूकता फैलाई जानी चाहिए। इसके लिए फ़्लो उत्तराखण्ड के अनुरोध पर 100 महिलाओं को परिवहन विभाग द्वारा निशुल्क ड्राईविंग प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष फिक्की वासवी भरत राम, एवं संस्थापक चेयरपर्सन फिक्की लेडीज संगठन, उत्तराखण्ड शिल्पी आरोड़ा भी उपस्थित थी |