लावारिस बच्चे को परिजनों से मिलाया
रुद्रपुर। लावारिस अवस्था में घूम रहे एक बच्चे को जिला बाल कल्याण समिति की सदस्या डा. रजनीश बत्रा के प्रयासों से उसके परिजनों से मिलाया गया। डा. बत्रा ने बताया कि नवम्बर माह में एक लावारिस बच्चा रोडवेज में घूम रहा था। 12 वर्षीय बच्चे को लोगों ने पुलिस को सौंप दिया। पुलिसकर्मियों ने डा.बत्रा से सम्पर्क किया और उसे स्वधर गृह में रखवा दिया गया। पूछताछ में उसने अपने पिता का नाम राजू व मां का नाम सुषमा निवासी पुजाली नं. 4 रोहड़ू शिमला हिमाचल प्रदेश बताया जिस पर डा. बत्रा ने कैलाश यात्री शिमला के समीप रामपुर निवासी मंजुला से सम्पर्क किया और बच्चे का फोटो व्हाटसेप पर डाल दिया जहां उन्होंने पुजारी नं. 4 के शिक्षक गोपिंदर जिंटा से सम्पर्क किया तो पता चला कि सेब के बाग में बच्चे के पिता काम करते थे। जब वहां पहुंचे तो बाग स्वामी ने बताया कि बच्चे का नाम सूरज है और उसके पिता नौकरी छोड़कर जा चुके हैं। जिस पर उन्होंने स्थानीय समाचार पत्रों में बच्चे की जानकारी दी। जिस पर सूरज के पिता राजू ने डा. बत्रा से सम्पर्क किया और बच्चे को एसडीएम के समक्ष पेश किया और प्रार्थना पत्र देने पर बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।