वारदात : शिक्षक की हत्या मामले में पत्नी और उसका प्रेमी गिरफ्तार
देहरादून। रिंग रोड स्थित खाली जमीन पर खड़ी कार में मृत मिले शिक्षक किशोर सिंह चैहान की हत्या के राज से शुक्रवार को पर्दा उठ गया। शिक्षक की हत्या में पुलिस ने उनकी ही पत्नी स्नेहलता चौहान और उसके प्रेमी उत्तराखंड पुलिस के सिपाही अमित पार्ले को गिरफ्तार किया है। दोनों ने अपनी प्रेम कहानी के बीच से किशोर सिंह चौहान को हटाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया। प्रभारी एसएसपी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि अमित और स्नेहलता की देहरादून में मुलाकात बीए की पढ़ाई के दौरान हुई थी। वर्ष 1999 में अमित डीएवी से जबकि, स्नेहलता डीबीएस पीजी कॉलेज से बीएसी की पढ़ाई कर रही थी। इस दौरान दोनों के बीच अच्छे संबंध रहे। 2000 में अमित आईटीबीपी में भर्ती हो गया। जबकि स्नेहलता आगे पढ़ाई करती रही। वर्ष 2006 में उत्तराखंड पुलिस में भर्ती होने पर अमित ने आईटीबीपी से इस्तीफा दे दिया। पुलिस के मुताबिक सितंबर 2017 में सोशल साइट फेसबुक के जरिए दोनों फिर एक दूसरे के संपर्क में आए। इस दौरान दोनों में तेजी से प्यार परवान चढ़ा और एक दूसरे से मुलाकात का दौर शुरू हुआ। स्नेहलता से मिलने के चक्कर में अमित ने किशोर सिंह चैहान से भी दोस्ती गांठी। हरिद्वार में तैनात ग्रांधीग्राम कांवली रोड देहरादून निवासी अमित जब भी देहरादून में अपने घर आता तो स्नेहलता से भी मिलता। इसकी भनक स्नेहलता के पति किशोर चैहान को लगी तो उन्होंने विरोध किया। ऐसे में दोनों ने किशोर चैहान को रास्ते से हटाने की ठानी। स्नेहलता ने अमित के साथ मिलकर 15 जून को पति किशोर सिंह चैहान की हत्या करवा दी। हत्याकांड में पुलिस ने अमित और स्नेहलता को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षक किशोर सिंह चैहान जीआईसी सजवाण कांडा (देवप्रयाग) में तैनात थे। जबकि स्नेहलता जीआईसी शिवाली घाट ऊखीमठ (रुद्रप्रयाग) में शिक्षिका हैं। स्नेहलता और किशोर की शादी वर्ष 2005 में हुई थी। जबकि अमित की शादी 2004 में हो गई थी। आरोपी अमित की दो बेटियां और एक चार साल का छोटा बेटा है। पत्नी के सिपाही से अवैध संबंधों का पता लगने पर शिक्षक किशोर डिप्रेशन में रहने लगे थे। इसके चलते वह कुछ समय से शराब भी पीने लगे थे। घटना के दिन 15 जून को शिक्षक किशोर सिंह चैहान पत्नी से विवाद के चलते सुबह से शराब पी रहे थे। शाम को किशोर को नशा हुआ तो स्नेहलता पति को कार में बैठाकर खुद कार चलाकर आराघर चैक पहुंची। यहां चैकी के नजदीक खड़े अमित को देखकर स्नेहलता कार से उतर गई और जबकि पति को अमित के हवाले कर दिया। अमित ने पुलिस को बताया कि वह कार को सर्वे चैक, राजपुर रोड, आईटी पार्क होते रिंग रोड पर लेकर पहुंचा और इसके बाद गला दबाकर नशे में धुत किशोर की हत्या कर फरार हो गया। किशोर का मोबाइल भी झाड़ियों में फेंक दिया, जो अब तक नहीं मिल पाया है। किशोर की हत्या से पहले अमित और स्नेहलता आठ जून को त्यागी रोड स्थित एक होटल में ठहरे। होटल में दोनों ने किशोर सिंह चैहान की हत्या रची। एसओजी में तैनात रह चुका अमित वर्तमान में हरिद्वार में अज्ञात शवों की शिनाख्त के सेल में तैनात है। अपने और स्नेहलता के बचाव के लिए अमित हर साक्ष्य खत्म करना चाहता था। यही वजह रही कि शिक्षिका से वह अपने मोबाइल नंबर से बहुत कम संपर्क करता था। हत्या के रोज भी वह अपना मोबाइल फोन हरिद्वार छोड़कर आया था। ताकि पुलिस उसकी लोकेशन न जान सके। स्नेहलता भी सरकारी अध्यापक हैं, लेकिन अपने दो बच्चों की दून में पढ़ाई और देखभाल का बहाना बनाकर उसने बिना वेतन के दो वर्ष की छुट्टी ली है और देहरादून में रह रही है। पुलिस के मुताबिक अमित के करीब आने के चक्कर में ही शिक्षिका ने लंबी छुट्टी का फैसला किया। स्नेहलता यहां मॉडल कॉलोनी आराघर में किराये पर रहती है।