वित्त मंत्री ने योजनाओं के लिए मांगे 3435 करोड़ की धनराशि
नई दिल्ली | प्रदेश के संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री प्रकाश पन्त ने नई दिल्ली में केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली जी से मुलाकात कर राज्य में केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति/वस्तुस्थिति एवं धनावंटन के सम्बन्ध में चर्चा की। साथ ही राज्य की सीमित आय के संसाधनों, विषम भौगोलिक परिस्थिति एवं योजनाओं के ससमय पूर्ण कराने के दृष्टिगत विशेष सहयोग करते हुये वित्तीय वर्ष 2016-17 एवं वित्तीय वर्ष 2017-18 से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं की अवशेष 3435.64 करोड़ की धनराशि यथाशीघ्र उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। वर्तमान में राज्य में आईसीडीएस, विद्यालयी शिक्षा, उच्च शिक्षा, ऊर्जा, खेल, सिंचाई एवं लघु सिंचाई की विभिन्न योजनायें यथा-किशोरी शक्ति योजना, सबला, सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, मिड-डे मील, दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, पीएमकेएसवाई, सैन्ट्रल स्पोन्सर्ड स्कीम आॅफ टीचर एजुकेशन आदि संचालित हैं तथा इन योजनाओं से सम्बन्धित धनावंटन अपेक्षित है। इसके अतिरिक्त विषम परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुये ई-वे बिल की वैधता 100 कि0मी0/दिन के स्थान पर 50 कि0मी0/दिन करने, कारोबार के स्थान से परिवहनकर्ता के स्थान तक अग्रेत्तर परिवहन के लिये दूरी 10 कि0मी0 के स्थान पर 25 कि0मी0 करने, ई-वे बिल तैयार करने हेतु एच0एस0एन0 कोड की अनिवार्यता, नियत तिथि से पश्चात भी जी0एस0टी0आर-1 दाखिल करने की अनुमन्यता तथा जीएसटीआर-3बी में सुधार हेतु वन टाइम रिवीजन की सुविधा प्रदान कराने आदि विभिन्न मामलों पर चर्चा/वार्ता की। केन्द्रीय वित्त मंत्री के कार्यालय में हुई यह वार्ता काफी सकारात्मक रही तथा अरूण जेटली जी द्वारा उत्तराखण्ड के वित्त मंत्री प्रकाश पन्त को उनके द्वारा उठाये गये बिन्दुओं एवं राज्य में संचालित केन्द्र सरकार की योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन हेतु उचित सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। प्रकाश पन्त ने अवगत कराया कि वे अगले दो दिन भी दिल्ली में हैं तथा उनका अन्य मा0 केन्द्रीय मंत्रीगण से भी भेंट करने का कार्यक्रम है।